यह भी पढ़े – यूपी के प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में बड़ा बदलाव करने के मूड में योगी सरकार, जानें क्या समय-समय पर होगा शिक्षकों की संख्या का सत्यापन उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि मिशन निरामया अभियान से नर्सिंग एवं पैरामेडिकल प्रशिक्षण को मजबूती मिलेगी। छात्रों के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे। उन्होंने कहा कि भविष्य की जरूरतों के मद्देनजर नर्सिंग व पैरामेडिकल प्रशिक्षण में बदलाव किए जाएंगे। समय-समय पर शिक्षकों की संख्या का सत्यापन किया जाएगा। परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षक दूसरे संस्थान से हों, परीक्षाओं की सीसीटीवी से निगरानी हो पर मंथन किया जाएगा। यदि नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ प्रदेश के मानकों के खिलाफ जाएगा तो उसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा। जो संस्थान मानक नहीं पूरे करेंगे उन्हें मान्यता नहीं दी जाएगी।
यह भी पढ़े – योगी सरकार ने इन जिलों में दस कीटनाशकों पर लगाया पूर्ण बैन, जानें कौन-कौन शामिल छात्रों को नर्सिंग व पैरामेडिकल की अहमियत बताई जाएगी बता दें कि मिशन निरामया अभियान के तहत माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों को नर्सिंग व पैरामेडिकल कोर्सेज की अहमियत बताई जाएगी ताकि इन कोर्स के प्रति छात्र-छात्राओं का रूझान बढ़ सके। अभियान पर बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कई संस्थान अच्छा कार्य कर रहे हैं। जिसमें से निजी क्षेत्र के संस्थानों के नाम भी शामिल हैं। इन बेस्ट प्रैक्टिसेज को अन्य संस्थानों में भी लागू किया जाना चाहिए। इसके लिए मेंटॉर-मेंटी मॉडल को अपनाया जाए। इसकी कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि नर्सिंग का प्रशिक्षण ले रहे युवाओं के लिए प्रैक्टिकल नॉलेज बहुत जरूरी है। इसीलिए ये कदम उठाया जा रहा है।