योगी सरकार कोर्ट को सावन यात्रा रद्द करने की जानकारी देगी। इसके साथ ही योगी सरकार कोर्ट को ये भी बताएगी कि वह इस सावन श्रद्धालुओं को गंगाजल मुहैया कराएगी। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन और जस्टिस बीआर गवई की अदालत में ये मामला सुनवाई के लिए 37 नंबर आइटम के रूप में सूचीबद्ध है। राज्य सरकार से बातचीत के बाद कांवड़ संघ ने यात्रा न आयोजित करने का फैसला लिया है। पिछले साल भी कांवड़ संघ ने ही सरकार से बातचीत के बाद कांवड़ यात्रा आयोजित न करने पर सहमति जताई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल ने कांवड़ संघ के प्रतिनिधियों से बात की थी।
श्रद्धालु करते हैं पैदल यात्रा हर साल बड़ी मात्रा में कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, राजस्थान और देश के कई और राज्यों से कांवड़ लेकर हरिद्वार पहुंचते हैं और फिर हरिद्वार से कांवड़ भरकर वापस अपने घरों की तरफ निकलते हैं, अधिकतर श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हैं। इस बार कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी गई है।