सीएम योगी ने क्या कहा ?
सीएम योगी ने प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए कहा कि अभी 26 और 27 दिसंबर को पुरे देश ने साहिबजादा दिवस के साथ जुड़ करके गुरु गोविन्द सिंह महाराज के चार साहिबजादों के प्रति उनकी स्मृतियों को नमन किया। बाबा अजित सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फकीर सिंह की शहादत के साथ ही माता गुजरी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए हमलोगों ने पुरे देश को देखा।गुरु गोविन्द सिंह ने बलिदान के लिए प्रेरित किया
सीएम योगी ने कहा कि ये ठीक ही कहा गया है कि गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज एक शहीद पिता के पुत्र हैं और शहीद पुत्रों के पिता भी हैं। गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने देश और धर्म के लिए अपनी शहादत दी। शहादत के लिए गुरु तेग बहादुर जी महाराज को गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज उस समय प्रेरित कर रहे हैं। यह भी पढ़ें
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सीएम योगी ने कहा कि देश पे संकट है। धर्म पर संकट है। किसी महान आत्मा का बलिदान होगा तो ये जो विधर्मी आज हमारे देश को, हमारे धर्म को नष्ट करते हुए उतावले दिखाई दे रहे हैं ये बेनकाब होंगे। देश खड़ा होगा इसके खिलाफ। इस महान बलिदान के लिए यदि कोई उपयुक्त हो सकता है तो आप हो सकते हैं।तेग बहादुर सिंह ने देश का शीश बचा दिया
सीएम योगी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने अपना शीश दिया लेकिन भारत की शीश को बचा दिया। कश्मीर बच गया और कश्मीर आ भारत का हिस्सा है। गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज के दो छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा भतेश सिंह को वजीर खान कहता है केवल एक बार ये मुँह से निकाल लो इस्लाम को स्वीकार करने के लिए उन्होंने कहा नहीं। ये नहीं हो सकता है। उन्हें जीवित ही दिवार में चिनवा दिया गया।चार मरे तो क्या हुआ, जीवित कई हजार
सीएम योगी ने कहा कि चमकौर के युद्ध में दोनों बड़े साहिबजादा बाबा अजित सिंह और बाबा जुझार सिंह शहादत को प्राप्त होते हैं। इस दुख में माता गुजरी देवी ने अपने प्राण का प्राणोत्सर्ग किया। क्या स्थितियां रही होंगी ? उन विपरीत परिस्थितियों से आगे बढ़ते हुए गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज ने इतना सब कुछ खोने के बाद भी एक ही बात कही थी चार मरे तो क्या हुआ, जीवित कई हजार। यह मंत्र आज भी पुरे भारत के लिए प्रेरणा है।सवा लाख से एक लडाऊ वो गोविन्द सिंह नाम कहाउं
सीएम योगी ने कहा कि बचपन में भी हम सुना करते थे गुरु गोविन्द सिंह जी महराज के बारे में ‘सवा लाख से एक लडाऊ वो गोविन्द सिंह नाम कहाउं’ क्या प्रेरणा थी ? देश के लिए थी, धर्म के लिए थी। उसी गुरु परंपरा के प्रति श्रद्धा का ये भाव सबको सदैव एक नया जीवन देता है। एक नै प्रेरणा प्रदान करता है। एक नै ऊर्जा का संचार करता है। हमे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।सिख गुरुओं की परंपरा प्रेरणा देती है: CM Yogi
सीएम योगी ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज खालसा पंथ की स्थापना छुआ-छूत को जाती भेदभाव को समापत करने के लिए की थी। इस देश और धर्म को बचाने के लिए की थी। सकल जगत में खालसा पंथ गाजे, जगे धर्म हिन्दू धर्म दंड बाजे’ का उद्द्घोष करके उस समय के विधर्मी तकतों को उन्होंने हटने के लिए कहा था जो देश और धर्म के लिए बाधा थे। यह भी पढ़ें