बिजनौर में स्वास्थ्य विभाग ने इन्फ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर निर्धारित मूल्य से करीब पांच गुना दामों पर खरीदे। जीएसटी सहित 12,390 के रेट से इन्फ्रारेड थर्मामीटर और 3360 की दर से पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे गए। पांच गुना दामों पर हुई यह खरीद जैम पोर्टल के अनुसार होने का दावा किया गया है। जबकि शासन ने इन्फ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर की किट के रेट अधिकतम 2800 रुपये प्रति किट तय किए हैं।
सुल्तानपुर में इन दोनों उपकरणों की करीब नौ हजार में खरीद हुई। सुल्तानपुर की जिलाधिकारी सी इंदुमति पर आरोप है कि उन्होंने 2800 रुपए की कोविड किट 9950 में खरिदवाई। पंचायतों ने किट सप्लाई करने वाली फर्मों को भुगतान भी कर दिया।
बाराबंकी में भी 2800 रुपए की किट 8800 रुपए में खरीदी गयी। देवा ब्लॉक की 88 ग्राम पंचायतों में से 42 ग्राम पंचायतों में कोरोना किट का भुगतान 7000 से लेकर 8,920 रुपये तक फर्म को किया जा चुका है।
योगी सरकार ने इस मामले में सुल्तानपुर और गाजीपुर के जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) को निलंबित कर दिया। दोनों डीपीआरओ पर बाजार से बहुत महंगे रेट पर पल्स ऑक्सीमीटर व इन्फ्रारेड थर्मामीटर की खरीद करने के आरोप हैं। अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने कहा है कि सभी जिलों से खरीद के संबंध में सूचनाएं मांगी गई है। जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पल्स ऑक्सीमीटर व इन्फ्रारेड थर्मामीटर का भुगतान 2800 रुपये से ज्यादा न किया जाए।