ये भी पढ़ें- लोकभवन में अटल जी की मूर्ति बनाने के ऐलान के बाद सपा ने दिया बड़ा बयान 60 सदस्यों का हो सकता है मंत्रिपरिषद- शुक्रवार को सीएम योगी ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) से भी दिल्ली में मुलाकात की थी। उससे पूर्व में एम्स में दाखिल अरुण जेटली (Arun Jaitely) का हाल चाल लेने भी गए थे। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले सीएम योगी ने अमित शाह से सलाह मशविरा किया है। सीएम योगी के साथ भाजपा यूपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) भी मौजूद थे। सूत्रों की मानें तो मौजूदा सीटों की स्थिति के मुताबिक यूपी में 60 सदस्यों का मंत्रिपरिषद हो सकता है। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल में 47 सदस्य शामिल थे। लोकसभा चुनाव 2019 में इसमें से तीन मंत्री (रीता बहुगुणा जोशी, सत्यदेव पचौरी और डॉक्टर एसपी बघेल) सांसद बन गए जो मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
ये भी पढ़ें- यूपी के इस बड़े मंत्री पर लगा बागी होने का आरोप, कांग्रेस के साथ किया ऐसा राजभर से गठबंधन तोड़ने के बाद खाली हुई सीट- लोकसभा चुनाव के बाद ही भाजपा के लिए आग उगल रहे सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया था। जिससे एक और मंत्री पद खाली हुआ। वहीं भाजपा के नए अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में कुल पांच मंत्रियों की संख्या कम हो गई है।
ये भी पढें- भारी बारिश से यूपी में यहां आई बाढ़, कई ट्रेनें प्रभावित, इतनों की हुई मौत इनका हो सकता है प्रमोशन- मंत्रिमंडल में कुछ मंत्रियों का प्रमोशन भी किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि इनमें सतीश महाना, महेंद्र सिंह, भूपेंद्र चौधरी और सुरेश राणा समेत धर्म सिंह सैनी, मोहसिन रजा और अनिल राजभर का भी प्रमोशन हो सकता है। इसी के साथ ही संघ और पार्टी के सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी मौजूदा हालात में मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों को शामिल करन सकते हैं। इसी के साथ ऐसे भाजपा विधायकों को भी मंत्रिमंडल में मौके मिल सकता है जो एक बार से ज्यादा बार विधायक बने हैं।