सरकारी की ओर से जारी प्रेसनोट में बताया गया कि ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार में उपयोगी माने जा रहे एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन के अतिरिक्त विशेषज्ञों ने दो टैबलेट को भी कारगर पाया है। चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श करते हुए इन टैबलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये हैं। लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी सहित जहां कहीं भी ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज हो रहा है, स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग यहां के सभी अस्पतालों के सतत सम्पर्क में रहें, कहीं भी उपयोगी दवाओं का अभाव न हो।
यूपी के सभी जनपदों की सीएचसी और पीएचसी में उपकरणों की मरम्मत, क्रियाशीलता, परिसर की रंगाई-पुताई, स्वच्छता और मैन पावर की पर्याप्त उपलब्धता के संबंध में इस संबंध विशेष कार्यवाही तेज करने के भी निर्देश दिये गये हैं। मॉनिटरिंग के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। इसके अलावा सभी जिलों में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं, जिनके संचालन के लिए एनेस्थेटिक और तकनीशियन की तैनाती भी की गई है। बेसिक शिक्षा विभाग में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ की तर्ज पर स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन विभाग में भी अभियान चला कर व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दिये गये हैं।
यूपी में कुल 34,805 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। इनकी जरूरतों रा ध्यान रखने और इनसे लगातार संवाद बनाए रखने के निर्देश दिये गये हैं। निगरानी समितियों के माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों और जरूरत के अनुसार उनके परिजनों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने और मेडिकल किट वितरण व्यवस्था की सतत मॉनीटरिंग करने के भी निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन और आइसीसीसी के माध्यम से कोरोना मरीजों/परिजनों से संवाद किया जा रहा है। अब इसी प्रकार पोस्ट कोविड मरीजों और ब्लैक फंगस की समस्या से ग्रस्त मरीजों/परिजनों से हर दिन संवाद करने का निर्देश दिया गया है।
प्रदेश में तेजी से सामान्य होती स्थितियों के बीच ऑक्सीजन की मांग में कमी भी आई है। ऑक्सीजन ऑडिट से वेस्टेज रोकने में बहुत सहायता मिली है। विगत 24 घंटे में 572 एमटी ऑक्सीजन वितरित की गई, इसमें 326 एमटी रीफिलर को उपलब्ध कराई गई। ऑक्सीजन उपलब्धता को देखते हुए औद्योगिक इकाइयों को ऑक्सीजन उपयोग की अनुमति देने और औद्योगिक गतिविधियों को सामान्य रूप से क्रियाशील रखने के निर्देश दिये गये हैं। भविष्य की आवश्यकता के देखते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों में 400 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किये गए हैं, इनमें से 55 क्रियाशील हो चुके हैं।
प्रदेश में 1,70,75,158 कोविड वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। 18 से 44 आयु वर्ग का टीकाकरण तेजी से चल रहा है। बीते 24 घंटों में 1,51,574 को और अब तक इस 15,13,293 लोगों को टीका कवर मिल चुका है। एक जून से सभी 75 जिलों में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के कोविड टीकाकरण होगा। इसके अलावा जिन अभिभावकों के बच्चे 12 वर्ष से कम आयु के हैं, प्राथमिकता के साथ उनका टीकाकरण किया जाएगा। इसके अलावा न्यायिक सेवा के लोगों, मीडिया प्रतिनिधियों के अलावा शिक्षकों व कर्मचारियों के टीकाकरण हेतु 02-02 केंद्र सभी जिलों में बनाने के निर्देश दिये गये हैं। शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, बैंक कर्मी आदि का टीकाकरण शीघ्रता से कराने के भी निर्देश दिये गये हैं।
विशेषज्ञों के निर्देश पर कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के संबंध में प्रो-एक्टिव नीति अपनाई जा रही है। सभी मेडिकल कॉलेजों में पीआईसीयू और एनआईसीयू की स्थापना को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री के स्तर से इसकी दैनिक मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिये गये हैं।
सभी जनपदों में कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराये जा रहे हैं। अभी तक 485 सामुदायिक भोजनालय क्रियाशील हैं। इनकी संख्या और बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं। कंटेनमेंट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए, जिससे आम जनता को आवश्यक सामग्री की सुचारु आपूर्ति होती रहे।