सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की जांच और समाधान में प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग सबसे ज्यादा लापरवाह है। विभाग के एल वन स्तर के 172 में से 116 अफसरों ने पिछले एक महीने ने सीएम हेल्पलाइन पोर्टल को देखा तक नहीं। इस मामले में दूसरे नंबर पर सहकारिता विभाग है, जिसके 94 में से 54 अफसरों ने पोर्टल पर एक माह से लॉग इन नहीं किया।
सीएम हेल्पलाइन पोर्टल को अधिकारियों ने देखा ही नहीं
दरअसल, सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों की जांच और समाधान के लिए एक प्रक्रिया तय है। सबसे पहले एल वन स्तर अधिकारियों के पास शिकायत पहुंचती है। यहां से कार्यवाही के बाद अगले चरण में एल टू, एल थ्री व एल फोर के पास शिकायत जाती है। एल वन स्तर के अफसरों से कार्यवाही नहीं होने से शिकायतें आगे बढ़ ही नहीं पा रही थीं। यह भी पढ़ें
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बीते रोज सीएम ने स्थिति की ऑनलाइन समीक्षा की थी। इस दौरान सीएम ने जहां जनशिकायतों का तेजी से समाधान करने वाले विभागों की पीठ ठोकी है। वहीं लापरवाही वाले विभागों को कार्यप्रणाली सुधारने की हिदायत भी है। इसी क्रम में अब सीएम के निर्देश पर विभागों में जवाब तलब की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।समाधान में आबकारी विभाग अव्वल, लोनिवि फिसड्डी
सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों पर कार्रवाई के आधार पर प्रदेश के 20 विभिन्न विभागों की रैंकिंग भी की गई है। इसमें 10 विभाग वो हैं। जिनका प्रदर्शन बेहतर है तो दूसरे दस वो हैं। जिनका प्रदर्शन बेहद कमजोर है। आबकारी विभागशिकायतें हल करने के मामले में पहले पायदान पर है। जबकि लोक निर्माण विभाग सबसे फिसड्डी साबित हुआ है और लापरवाह महकमों में पहले पायदान पर है। विभागों की रैंकिंग एक अप्रैल 2023 से 25 जून 2024 तक सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायतों और उन पर की गई कार्रवाई रफ्तार के आधार पर की गई है।
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उत्तराखंड सरकार के टॉप-10 जिम्मेदार विभाग
आबकारी, परिवहन, कृषि, महिला एवंबाल विकास, ग्राम्य विकास, ऊर्जा निगम,
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, समाज
कल्याण, पेयजल और पंचायती राज।