मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बेसिक शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 तथा एन0सी0ई0आर0टी0 पाठ्यक्रमों के दृष्टिगत कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने पाठ्यक्रमों में भारतीय परिवेश और संस्कृति, प्रदेश के सम्बन्ध में जानकारी तथा प्रेरक कहानियों और महापुरुषों के जीवन प्रसंगों को भी शामिल किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा का स्तर उत्कृष्ट होने से माध्यमिक व उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी व्यापक सुधार होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बेसिक शिक्षा कार्यालयों का समय-समय पर निरीक्षण किया जाए। इन कार्यालयों में स्वच्छता सहित कार्य संस्कृति को बेहतर किए जाने के उपाय सुनिश्चित हों। उन्होंने बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में निःशुल्क पाठ्य-पुस्तकें, स्कूल बैग, यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूते-मोजे आदि का वितरण गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए पारदर्शी व्यवस्था के तहत समयबद्ध ढंग से किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि तथा फर्नीचर की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि विद्यालय का संचालन जर्जर भवन में मिले, तो तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इनका संचालन अन्यत्र करते हुए जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों के भवनों का गहन निरीक्षण किया जाए। बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षकों को लगातार प्रशिक्षित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि विद्यालय का संचालन जर्जर भवन में मिले, तो तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इनका संचालन अन्यत्र करते हुए जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों के भवनों का गहन निरीक्षण किया जाए। बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षकों को लगातार प्रशिक्षित किया जाए।