ज्ञानियों की डांट बना सकता है बड़ा आदमी चाणक्य नीति कहती है कि ज्ञानी इंसान की एक डांट आपको धनवान बना सकती है। एक श्लोक में बताया कि जिन घरों में ज्ञानियों और बुद्धिजीवियों का सम्मान होता है, वहां लक्ष्मी जी की सदैव मेहरबान रहती है। क्योंकि ज्ञानी व्यक्ति आपको सही राह पर चलने के लिए प्रेरित करता है जिससे आप जीवन में सफल होते हैं। चाणक्य कहते हैं कि मूर्खों से प्रशंसा से प्रसन्न सुनने के बजाय ज्ञानी व्यक्ति की डांट सुनना ज्यादा लाभप्रद रहता है। इसलिए मनुष्य को सदैव ज्ञानी लोगों की संगति में रहना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए।
यह भी पढ़े – स्त्रियों में छह गुना अधिक शक्ति, इन चार खूबियों में महिलाओं के सामने नहीं टिक सकता कोई भी पुरुष खाने का कभी न हो पाए अपमान धार्मिक और सामाजिक पक्ष से भी अन्न का अपमान बुरा माना गया है। चाणक्य कहते हैं कि जिन घरों में अन्न का भंडारण उचित तरीके से किया जाता है और इसी के साथ अन्न का सम्मान भी होता है ऐसे घरों में किसी चीज का कभी कोई अभाव नहीं रहता। अन्न का सम्मान करने वाले घरों में देवी लक्ष्मी की सदैव कृपा बनी रहती है। जो लोग अन्न का सम्मान नहीं करते उनके पास लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं। साथ ही अन्न को थाली में भी नहीं छोड़ना चाहिए। इससे वास्तु दोष भी पर भी प्रभाव पड़ता है।
यह भी पढ़े – आपके ये तीन हितैषी भी बन सकते हैं मौत की वजह, जानिए क्या कहती है चाणक्य नीति पति-पत्नी का रिश्ता घर को बनाता है स्वर्ग चाणक्या की नीति कहती है कि घर का माहौल शांत और खुशनुमा होता है,वहां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है। जिस घर में पति-पत्नी प्रेम पूर्वक रहते हैं और एक दूसरें का सम्मान करते हैं। वहां माता लक्ष्मी का वास होता है। वहीं जिस घर में पति-पत्नी बात-बात पर झगड़ते रहते हैं वहां दरिद्रता का वास होता है। इसलिए घर का माहौल सदैव शांतिपूर्ण रखना चाहिए। शास्त्रों में पत्नी को हमेशा माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इसलिए घर में स्त्रियों का सम्मान भी जरूरी है।