दूसरी संतान के रूप में एक अनाथ बच्चे को अपनाने का था प्लान
एनआरआई दंपति, जिनमें से पति अमेरिका की एक बड़ी कंपनी के सीईओ हैं, ने विनायक को गोद लेने का फैसला किया। उनके पास पहले से एक बेटा है, लेकिन उन्होंने तय किया कि वे अपनी दूसरी संतान के रूप में एक अनाथ बच्चे को अपनाएंगे। इस फैसले के पीछे उनका उद्देश्य था कि वे एक अनाथ बच्चे को न केवल माता-पिता का प्यार दें, बल्कि उसे एक सुनहरा भविष्य भी प्रदान करें।गोद लेने की प्रक्रिया पूरी
डीपीओ राजेश कुमार के मुताबिक, दंपति ने सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। बच्चे का पासपोर्ट बन चुका है, और अब वह जल्द ही अमेरिका रवाना होगा। विनायक को गोद लेने की प्रक्रिया के दौरान दंपति कई बार लखनऊ आए। उनकी इस प्रतिबद्धता ने साबित कर दिया कि वे बच्चे को अपनाने और उसकी परवरिश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह भी पढ़ें