प्रदेश में पहले से ही चल रहे मेडिकल कालेजों में करीब 10 फीसदी पद खाली हैं। ऐसे में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए यूपी सरकार ने सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाने की तैयारी है। इससे पांच साल का वक्त मिलने पर अतिरिक्त चिकित्सा शिक्षक तैयार होंगे और रिक्त पदों को भी भरा जा सकेगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाकर चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता व मरीजों के इलाज में सुधार किया जा सकेगा। सरकार इस पर विचार कर रही है।
विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी होगी पूरी यह फैसला राजकीय और स्वशासी मेडिकल कालेजों समेत केजीएमयू यानी किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में कार्यरत चिकित्सा शिक्षकों से जुड़ा यह अहम फैसला है। यह माना जा रहा है कि इससे प्रदेश में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकेगा।