विकिपीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन एक्सप्रेस ने रिपोर्ट किया था कि 28 दिसंबर 2019 तक राज्य में 19 लोगों की मौत हुई थी और 372 एफआईआर के आधार पर 1,246 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके साथ यूपी भारत में सबसे बड़ी पुलिस कार्रवाई के साथ सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्य था। 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों (2013 Muzaffarnagar Riots) के बाद यह उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी पुलिस कार्रवाई है, जब 567 मामलों में 1,480 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
देशभर में CAA लागू होने के बाद
CM योगी (CM Yogi Adityanath) ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर लिखा, “पीड़ित मानवता के कल्याणार्थ नागरिकता (संशोधन) अधिनियम लागू करने का निर्णय ऐतिहासिक है। इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में मजहबी बर्बरता से पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय के सम्मानजनक जीवन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस अधिनियम के अंतर्गत भारत की नागरिकता प्राप्त करने जा रहे सभी भाइयों-बहनों का हार्दिक अभिनन्दन।” इसके साथ ही, उन्होंने PM मोदी (PM Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को धन्यवाद कहा।
CAA CAA को लेकर यूपी पुलिस (UP Police) अलर्ट मोड में है। डीजीपी प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) ने सभी जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए हैं। इसके साथ ही, उन जिलों में पुलिस फोर्स की तैनाती के साथ सतर्कता बढ़ा दी गई है जिसमें 2019 में प्रदर्शन हुए थे। वहीं सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक, समाज विरोधी और भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, डीजीपी प्रशांत कुमार ने बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, सरकारी सम्पत्ति, शापिंग माल, मल्टीप्लेक्स समेत सभी सार्वजनिक महत्वपूर्ण जगहों पर विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं।