बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे सात जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें जालौन, चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, औरैया और इटावा शामिल हैं। इसके शुरू होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को काफी लाभ होगा। इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय युवाओं को भी रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होंगे। कुल 296 किलोमीटर लंबे चार लेन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने किया है। इसे बनाने में करीब 14,850 करोड़ रुपये की लागत आई है। आगे इसे छह लेन तक करना प्रस्तावित है।
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बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की शुरुआत आज: धार्मिक टूरिज़्म, बिजनेस से खुद को जोड़कर यूपी.. 6 महीने तक मुफ्त भर सकेंगे फर्राटा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे शुरू होने से चित्रकूट से राजधानी दिल्ली का सफर भी महज 7 से 8 घंटे में पूरा हो सकेगा। यूपीडा के प्रोजेक्ट सहायक अभियंता एसके यादव ने बताया कि सीओडी आने के बाद ही लोगों पर टैक्स का भार पड़ेगा। इसमें फिलहाल कम से कम 6 महीने का समय लग सकता है। जिसके बाद वाहन चालकों से टैक्स की वसूली की जाएगी।
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बुंदेलखंड एक्सप्रस-वे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को देगा रोजगार, लगाएंगी पौधे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 300 रुपये लगेगा टोल टैक्स बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर छह महीने तक लोगों पर टोल टैक्स का कोई भार नहीं पड़ेगा। बताया जा रहा है कि एक्सप्रेसवे का कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है, जिसे पूरा करने में 6 महीने का समय लग सकता है। इसके पूर्ण होने के बाद वाहन चालकों से एक रुपये प्रति किमी की दर से टोल टैक्स वसूला जाएगा। इस तरह करी 300 रुपये का कार चालकों से टैक्स वसूला जाएगा।