16 जुलाई को प्रधानमंत्री उरई के कैथेरी टोल प्लाजा से एक्सप्रेस-वे जनता को समर्पित करेंगे। इस मौके पर बड़ी जनसभा की भी तैयारी है। समारोह स्थल पर बड़ा वाटर प्रूफ पंडाल बनाया जा रहा। इसमें करीब एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। पंडाल के लिए 104 ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने लोगों को समारोह स्थल तक पहुंचाने के लिए 1500 बसों का इंतजाम किया है। यह बसें उरई के साथ संबंधित जिलों की ग्राम पंचायतों में खड़ी की जाएंगी। पहले से तय रूट के अनुसार ही बसें निर्धारित समय पर चलेंगी। इनको एक्सप्रेस-वे पर ही खड़ा करने की व्यवस्था हो रही है। हर बस में एक सुरक्षाकर्मी के साथ तीन और सरकारी कर्मचारी रहेंगे। समारोह में जाने वाले हर व्यक्ति के लिए बस में लंच पैकेट की भी व्यवस्था होगी। साथ ही पूरी ट्रैफिक व्यवस्था के लिए अलग कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर उस दिन नेशनल हाईवे पर बड़े वाहनों का रूट डायवर्जन रहेगा। इन्हें उरई से कोंच के रास्ते झांसी हाईवे तक पहुंचाया जाएगा। रूट प्लानिंग के अनुसार, प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान हाईवे का इनर एरिया सील रहेगा। ट्रायल लैंडिंग एयरफोर्स के सहयोग से कराई जाएगी, फिर प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर का उतरेगा।
यह भी पढ़े – अंधेरे में पीएम! उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग के अफसरों की ढिठाई, इन्हें पीएम मोदी की भी डर नहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के साथ विकास के कई आयाम खोलने की तैयारी है। जन सुविधाओं के साथ इसे शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं से भी जोड़ा जा रहा है। 296 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे के बीच में दो मेडिकल कॉलेज प्रस्तावित हैं। कंसल्टेंसी एजेंसी ने इसके लिए जमीन मांगी है। दोनों मेडिकल कॉलेजों का संचालन ट्रिपल-पी मॉडल पर होगा।
जरिया थाने के इटैलियाबाजा गांव के पास बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर यूपीडा की पेट्रोलिंग कार बुधवार रात करीब 10 बजे अचानक अनियंत्रित होने पर बेरीकेडिंग तोड़ती हुई खाई में जा गिरी। हादसे में चार सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। तीन को झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।