लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों की टीम बुधवार को पूरे दिन बिल्डर की अवैध इमारतों की खोजबीन करने में जुटी रही। शाम तक पांच बिल्डिंग का विवरण तलाश लिया गया। यह इमारतें पूरी तरह से अवैध हैं। बिल्डर ने इनका एकल आवासीय का नक्शा पास कराकर बड़े-बड़े फ्लैट बनाए हैं।
11 अवैध इमारतें होने की मिली थी सूचना
एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी तथा सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया “बुधवार को माफिया अतीक अहमद के करीबी बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम की 11 अवैध इमारतों की सूची मिली है। इसके बाद अवैध इमारतों को चिन्हित करने के लिए इंजीनियरों की टीम बनाई गई।
एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी तथा सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया “बुधवार को माफिया अतीक अहमद के करीबी बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम की 11 अवैध इमारतों की सूची मिली है। इसके बाद अवैध इमारतों को चिन्हित करने के लिए इंजीनियरों की टीम बनाई गई।
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इन्हें तत्काल मौके पर भेजा गया। शाम तक पांच अवैध बिल्डिंग चिन्हित की गई हैं। इसका एकल आवासीय नक्शा पास कराकर इनमें पांच से छह मंजिला अपार्टमेंट बनाया गया है। इनके खिलाफ ध्वस्तीकरण का आदेश भी दिया जा चुका है।” दूसरे लोगों के नाम पर हैं कुछ इमारतें
एलडीए अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कुछ बिल्डिंग उसके नाम और कुछ अन्य लोगों के नाम हैं। पान दरीबा चारबाग ब्लंट स्क्वायर, सीतापुर रोड, सेक्टर जे अलीगंज तथा रैठा रोड पर कुछ इमारतें चिन्हित की गई हैं। इनमें से तीन बिल्डिंग के ध्वस्त करने का आदेश पारित हुआ है। दो अन्य बिल्डिंग में आंशिक रूप से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कहा की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
एलडीए अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कुछ बिल्डिंग उसके नाम और कुछ अन्य लोगों के नाम हैं। पान दरीबा चारबाग ब्लंट स्क्वायर, सीतापुर रोड, सेक्टर जे अलीगंज तथा रैठा रोड पर कुछ इमारतें चिन्हित की गई हैं। इनमें से तीन बिल्डिंग के ध्वस्त करने का आदेश पारित हुआ है। दो अन्य बिल्डिंग में आंशिक रूप से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कहा की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
कौन है मोहम्मद मुस्लिम ?
मो. मुस्लिम मूलरूप से खुल्दाबाद के चकिया का रहने वाला है। अतीक के बेटे असद से उसकी बातचीत का एक दिन पहले ही ऑडियो वायरल हुआ था। व्हाट्सएप चैटिंग भी सामने आई। इसमें अतीक ने पांच करोड़ रुपये की मांग की थी, जो वह विधानसभा चुनाव में खर्च करने वाला था। पता चला है कि मो. मुस्लिम ने ही इसे वायरल कराया था। इसपर पुलिस की पड़ताल तेज हो गई।
मो. मुस्लिम मूलरूप से खुल्दाबाद के चकिया का रहने वाला है। अतीक के बेटे असद से उसकी बातचीत का एक दिन पहले ही ऑडियो वायरल हुआ था। व्हाट्सएप चैटिंग भी सामने आई। इसमें अतीक ने पांच करोड़ रुपये की मांग की थी, जो वह विधानसभा चुनाव में खर्च करने वाला था। पता चला है कि मो. मुस्लिम ने ही इसे वायरल कराया था। इसपर पुलिस की पड़ताल तेज हो गई।
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खुल्दाबाद का हिस्ट्रीशीटर, दर्ज हैं 16 मुकदमेमुस्लिम के खिलाफ 16 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में दो, धूमनगंज में आठ, करेली में तीन, खुल्दाबाद में दो और लखनऊ के वजीरगंज में दर्ज एक केस शामिल है। ये केस जालसाजी, हत्या के प्रयास, सरकारी जमीन पर कब्जा करने सहित कई संगीन धाराओं में दर्ज हैं।
उसके खिलाफ प्रयागराज के करेली में गैंगस्टर एक्ट, 7सीएलए, खुल्दाबाद में गैंगस्टर व गुंडा एक्ट के तहत केस दर्ज है। खुल्दाबाद थाने का वह हिस्ट्रीशीटर है। उसकी हिस्ट्रीशीट का नंबर 145ए है। मो. मुस्लिम पुलिस रिकॉर्ड में अतीक के गिरोह का 14वें नंबर का सदस्य है, जबकि उसका भाई अच्छे उर्फ रुकसार पांचवें नंबर पर लिस्टेड है।
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मो. मुस्लिम और उसका भाई है भू-माफियामो. मुस्लिम व उसका भाई अच्छे पुलिस रिकॉर्ड में भू-माफिया के रूप में भी दर्ज है। इन हिस्ट्रीशीटर भाइयों ने खुल्दाबाद इलाके में 50 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था, जिसे पुलिस ने खाली कराया।
अतीक की बेनामी संपत्ति के रूप में भी चिह्नित है मो. मुस्लिम के कई प्रोजेक्ट
अतीक के गिरोह की कुंडली खंगालने के दौरान प्रयागराज, लखनऊ पुलिस के अलावा एसटीएफ ने भी संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। पुलिस के हाथ प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर व बहराइच में मो. मुस्लिम के 20 बड़े प्रोजेक्ट की जानकारी लगी है। सूत्रों के मुताबिक इसमें माफिया अतीक की काली कमाई लगी है। इसमें कई प्रोजेक्ट अतीक की बेनामी संपत्ति में भी चिह्नित किए गए हैं।
अतीक के गिरोह की कुंडली खंगालने के दौरान प्रयागराज, लखनऊ पुलिस के अलावा एसटीएफ ने भी संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। पुलिस के हाथ प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर व बहराइच में मो. मुस्लिम के 20 बड़े प्रोजेक्ट की जानकारी लगी है। सूत्रों के मुताबिक इसमें माफिया अतीक की काली कमाई लगी है। इसमें कई प्रोजेक्ट अतीक की बेनामी संपत्ति में भी चिह्नित किए गए हैं।
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उमेश पाल से मांगी थी एक करोड़ की रंगदारीमो. मुस्लिम पुत्र मो. मियां चकिया खुल्दाबाद का मूल निवासी है। पिछले साल उमेश पाल ने भी उसके व उसके साथियों के खिलाफ एक करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में केस दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि जबरन उसकी जमीन पर कब्जा किया और फिर अतीक का नाम लेकर जान से मारने की धमकी दी।