उपमुख्यमंत्री ने शायराना अंदाज में समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘सीने में जलन आंखों में तूफान सा क्यों है? सैफई घराने में हर शख्स परेशान सा क्यों है? कल (शनिवार को) विधानसभा उपचुनाव के परिणाम घोषित हुए। इसमें समाजवादी पार्टी के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। समाजवादी पार्टी की गुंडई, अराजकता और लूट से जनता अच्छी तरह वाकिफ है। जब-जब इन्हें सत्ता मिली है, यह हमेशा अपने पुराने पैटर्न पर कायम रहे।
‘लोकसभा चुनाव के बाद बहु बेटी पर अत्याचार हुए’
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में बहु बेटी पर अत्याचार हुए हैं। कन्नौज की घटना को पूरे देश की जनता ने देखा, अयोध्या में जो बेटी के साथ हुआ उसे भी सभी ने देखा, हद तो तब हो गई जब करहल में हाल में एक दलित बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने सपा को वोट देने से मना कर दिया था। दलित बेटी के पिता ने चिल्लाते हुए कहा था कि हमारी बेटी की हत्या समाजवादी पार्टी के गुंडों ने सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उसने सपा को वोट देने से इनकार कर दिया था। उसका कहना था कि हम भाजपा को वोट देंगे, हमें भाजपा सरकार ने मकान दिया है कॉलोनी दी है। अखिलेश यादव इस पर कुछ नहीं बोलते हैं। उन्हें जवाब देना चाहिए।
‘अखिलेश यादव स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं हार’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। लोकसभा के चुनाव में इन्होंने झूठ बोलकर वोट हासिल किए थे। इनकी असलियत प्रदेश की जनता समझ चुकी है। इनका मतलब सिर्फ गुंडई, माफियागिरी; प्लॉट, मकान, दुकान पर कब्जा करना, बहू बेटी की इज्जत आबरू को खतरे में डालना है। प्रदेश की जनता ने पूरी तरह से समाजवादी पार्टी को नकार दिया है।‘अखिलेश ने लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमेशा किया है हमला’
ये भारत के संविधान की बात करते हैं। लेकिन इन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमेशा हमला किया है, कभी न्यायपालिका पर हमला करेंगे, कभी निर्वाचन आयोग पर हमला करेंगे, इनको लोकतंत्र में भरोसा नहीं है? लोकतंत्र में निर्वाचन आयोग के माध्यम से ही आप जीतकर सांसद बने हैं? उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज करते हुए कहा कि आज आपकी पार्टी का जो भी अस्तित्व है, वो भारतीय संविधान की वजह से है, निर्वाचन आयोग की वजह से है। इसी निर्वाचन आयोग ने लोकसभा का चुनाव कराया था। इस दौरान इन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया तो तब, निर्वाचन आयोग बहुत अच्छा काम कर रहा था। अधिकारियों की तारीफ करते नहीं थक रहे थे।
‘समाजवादी पार्टी दो टके की पार्टी बनकर रह गई’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह मुस्लिम समाज को वोट बैंक समझते थे। यह उन्हें ठगने का काम करते थे। मैंने कुंदरकी की जनसभा में कहा था कि मुस्लिम समाज 20 प्रतिशत है, यदि समाजवादी पार्टी को मुस्लिम समाज छोड़ दे तो सपा तीन टके की पार्टी रह जाएगी। मैं कह सकता हूं चाहें कुंदरकी हो, चाहे मीरापुर हो, जब मुस्लिम समाज ने उन्हें किनारे लगा दिया है तो समाजवादी पार्टी दो टके की पार्टी रह गई, सबसे ज्यादा पीड़ा इनकी यही है। यह भी पढ़ें