निषाद समुदाय की आजीविका का प्रतीक है नाव हार में मंत्री और विकासशील पार्टी ऑफ इंडिया (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश साहनी ने बताया कि, नाव मेरे समुदाय की आजीविका का प्रतीक है और परिवहन का यह साधन पर्यावरण के अनुकूल भी है। यह नाव ही था, जिसपर निषाद राज ने भगवान राम को नदी के उस पार पहुंचाया। इसलिए नाव का हमारे लिए बहुत महत्व है।
पार्टी कार्यकतार्ओं के साथ बैठक करेंगे साहनी ने कहाकि, आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में नाव उनके विचारों को 165 निर्वाचन क्षेत्रों में ले जाएगी। लखनऊ में मौजूद साहनी ने कहा कि, वह सीटों की पहचान करने और संभावित उम्मीदवारों के बारे में फैसला करने के लिए पूर्वाचल, अवध और बुंदेलखंड क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपने पार्टी कार्यकतार्ओं के साथ बैठक करेंगे।
यह भी पढ़ें
यूपी के सभी जिलों में 5 सितारा भाजपा कार्यालय कहां से बना, भाजपा से ओम प्रकाश राजभर का सवाल
मोटर बाइक से करेंगे प्रचार मुकेश सहनी ने कहा,मैं विधानसभा क्षेत्रों का प्रभार देने वालों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में लौटने से पहले प्रचार किट और मोटरबाइक वितरित करूंगा। यह भी पढ़ें
UP Assembly Elections 2022 : गृहमंत्री अमित शाह का आज से तूफानी यूपी दौरा, जालौन और कासगंज में करेंगे चुनावी रैली
आरक्षण मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी – मुकेश साहनी मुकेश साहनी ने कहा कि, वह निषाद समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक उनके समुदाय को आरक्षण नहीं दिया जाता। अपने नाम के आगे ‘सन ऑफ मल्लाह’ शब्द का प्रयोग करने वाले साहनी ने कहाकि, उन्हें उत्तर प्रदेश के चुनावों में अच्छा समर्थन मिलने का भरोसा है क्योंकि अन्य दलों ने अब तक निषादों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया था और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया है। वीआईपी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा है।