शनिवार शाम 6 बजे हुई मरीज की मौत मृतक के दामाद बृजेश सिंह ने बताया कि प्रतापगढ़ के पट्टी के रमईपुर बिसनी की रहने वाली 68 साल की कमला देवी को बेटी मीना पुष्पाकर ने 7 फरवरी को सीने में दर्द, उल्टी और खाना न हजम होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टर ने बताया कि उनका किडनी की प्रॉब्लम हैं। तत्काल भर्ती किया गया। शुक्रवार को ही उनकी एंजियोग्राफी कराई गई। अगले ही दिन उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया। और आज शाम 6 बजे बताया गया कि उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने बनाया शव का विडियो, दिख रहे हैं जलने के घाव परिजनों ने शव का वीडियो भी जारी किया। इस वीडियो में बुजुर्ग महिला के शरीर में जलने के कारण गंभीर घाव नजर आ रहे हैं। परिजनों का आरोप हैं कि अस्पताल में एंजियोग्राफी करने के दौरान घोर लापरवाही बरती गई और बुजुर्ग महिला को वार्मर से जला दिया गया।
हालत बेहद गंभीर होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। हालांकि वीडियो की पुष्टि मेदांता लखनऊ की तरफ से नही की गई हैं। परिजनों का कहना है कि बिल जमा करने के बावजूद भी अभी शव नहीं लिए रहे हैं। परिजनों में FIR दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
निदेशक बोले..ड्रग इरपशन्स के कारण शरीर ऐसा हुआ वही मेदांता के निदेशक डॉ.राकेश कपूर ने बताया कि बेहद गंभीर हालत में बुजुर्ग महिला मरीज को मायोकार्डियल इंफेक्शन, फ्लूइड ओवरलोड में लाया गया था। डॉ. आरके सरन के अंडर में बुजुर्ग महिला को भर्ती किया गया था। उसे वेंटिलेटर सपोर्ट भी दिया गया पर शनिवार शाम को उसकी मौत हो गई। मरीज की एंजियोग्राफी की गई, डायलीसिस चल रही थी।
अब ड्रग इरपशन्स के कारण बुजुर्ग महिला का शरीर ऐसा हो गया हैं। मौत होने के बाद परिजन कह रहे हैं कि जलाकर मार डाला पर ऐसा संभव नही हैं। परिजनों को समझाने का प्रयास किया जा रहा हैं। हॉस्पिटल में इस मामले को लेकर अफरा तफरी मची रही।