सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर या अयोध्या की किसी एक सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं, केशव प्रसाद मौर्य का कौशाम्बी की सिराथू सीट से और डॉ. दिनेश शर्मा का लखनऊ की पश्चिमी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। यह सीट विधायक सुरेश श्रीवास्तव के कोरोना संक्रमण से निधन होने के कारण अभी खाली ही है। जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह प्रतापगढ़ की कुंडा सीट चुनाव लड़ सकते हैं। स्वतंत्रदेव सिंह बुंदेलखंड की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, इस संदर्भ में अभी अधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं हुई है।
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बीजेपी आलाकमान का मानना है कि इस रणनीति से पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ेगा। साथ ही विधानसभा में उनके चुनकर आने से एमएलसी की सीटें खाली होंगी। इन खाली सीटों पर उन कार्यकर्ताओं को एमएलसी बनाकर भेजा जा सकता है, पार्टी जिनका फायदा संगठन के कामों में लेती है। इसके अलावा इन नेताओं के जीतने के संभावना भी कहीं ज्यादा है।
योगी के लिए अयोध्या सीट छोड़ने को तैयार बीजेपी विधायक
भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगर यहां से चुनाव लड़ते हैं तो यह मेरा सौभाग्य होगा। उनके लिए मैं अपनी सीट खाली करने को तैयार हूं।
भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगर यहां से चुनाव लड़ते हैं तो यह मेरा सौभाग्य होगा। उनके लिए मैं अपनी सीट खाली करने को तैयार हूं।