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इससे पहले डॉ महेंद्रनाथ पाण्डेय (Mahendra Nath Pandey) भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल रहे थे, लेकिन हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में वे यूपी के चंदौल (Chandauli) से सांसद चुने गए थे, जिसके बाद यह पद खाली हो गया था। हाल में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने लखनऊ में आकर सीएम योगी व अन्य वरिष्ठ नेताओं संग बैठक की थी। माना जा रहा है की इसी बैठक में स्वतंत्र देव सिंह के नाम पर मोहर लगाई गई है।
इससे पहले डॉ महेंद्रनाथ पाण्डेय (Mahendra Nath Pandey) भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल रहे थे, लेकिन हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में वे यूपी के चंदौल (Chandauli) से सांसद चुने गए थे, जिसके बाद यह पद खाली हो गया था। हाल में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने लखनऊ में आकर सीएम योगी व अन्य वरिष्ठ नेताओं संग बैठक की थी। माना जा रहा है की इसी बैठक में स्वतंत्र देव सिंह के नाम पर मोहर लगाई गई है।
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उत्तर प्रदेश में बंपर जीत के बाद बिना चुनाव लडे़ भाजपा के कुछ नेता मंत्री बनाए गए जिनमें से स्वतंत्र देव सिंह एक हैं। वर्तमान में परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर है। सन् 1988-89 ई0 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में संगठन मन्त्री के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले पटेल को अपनी कड़ी मेहनत एवं संघर्षशील स्वभाव के कारण संगठन में लोकप्रियता हासिल हुई। सन् 1991 में वे भाजपा कानपुर के युवा शाखा के युवा मोर्चा के प्रभारी बने। 1994 में भारतीय जनता पार्टी के बुन्देलखण्ड के युवा मोर्चा शाखा के प्रभारी के रूप में कार्य किया। जल्द ही इन्हें पार्टी ने सन् 1996 ई0 में युवा मोर्चा का महामन्त्री नियुक्त किया। पुनः सन् 1998 ई0 में भाजपा युवा मोर्चा का महामन्त्री बनाया गया।
उत्तर प्रदेश में बंपर जीत के बाद बिना चुनाव लडे़ भाजपा के कुछ नेता मंत्री बनाए गए जिनमें से स्वतंत्र देव सिंह एक हैं। वर्तमान में परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर है। सन् 1988-89 ई0 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में संगठन मन्त्री के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले पटेल को अपनी कड़ी मेहनत एवं संघर्षशील स्वभाव के कारण संगठन में लोकप्रियता हासिल हुई। सन् 1991 में वे भाजपा कानपुर के युवा शाखा के युवा मोर्चा के प्रभारी बने। 1994 में भारतीय जनता पार्टी के बुन्देलखण्ड के युवा मोर्चा शाखा के प्रभारी के रूप में कार्य किया। जल्द ही इन्हें पार्टी ने सन् 1996 ई0 में युवा मोर्चा का महामन्त्री नियुक्त किया। पुनः सन् 1998 ई0 में भाजपा युवा मोर्चा का महामन्त्री बनाया गया।
2001 में भाजपा के युवा मोर्चा के प्रेसीडेण्ट भी बने। इसके बाद 2004 में विधान परिषद के सदस्य चुने गये तथा इसी वर्ष भारतीय जनता पार्टी यूपी के प्रदेश महामन्त्री भी बनाये गये। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई के अन्तर्गत वर्ष 2004 से वर्ष 2014 ई0 तक दो बार महामन्त्री एवं 2010 में उपाध्यक्ष और फिर 2012 से अब तक महामन्त्री बनाये गए।