आठ सीटों पर जीत के आसार बता दें कि यूपी में 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 255 और उसके सहयोगी दल को मिलाकर कुल 273 विधायक हैं। इनमें से उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के एक प्रत्याशी को जीतने के लिए कम से कम 34 विधायक के वोटों की जरूरत होगी। ऐसे में माना जा रहा है की भाजपा राज्यसभा की 11 सीटों में से 8 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को जीता सकती है।
ये भी पढ़ें: UP से भाजपा ने राज्यसभा के लिए भेजे 21 नाम, किसको मिला मौका, किसका कटा पत्ता, जानें भेजी गई नामों की लिस्ट खबर ये भी कि यूपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह इन 8 सीटों के लिए 15 से ज्यादा नामों की लिस्ट भाजपा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजी है। इस बीच चर्चा ये भी है कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह को पार्टी राज्यसभा भेज सकती है। इसके अलावा ब्राह्मण कोटे से लक्ष्मीकांत वाजपेयी के अलावा डा. दिनेश शर्मा और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित के नाम भी चर्चा में हैं।
ये भी पढ़ें: UP के 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन देने की तैयारी में योगी सरकार, जानें पूरा प्लान पिछली बार थी इतनी सीटें गौरतलब है की राज्यसभा की खाली होने वाली 11 सीटों में से पिछली बार भाजपा की पांच सपा की तीन, बसपा की दो और कांग्रेस की एक सीट थी। इस बार राजनैतिक परिस्थितियां बदली हुई हैं। संख्या बल भाजपा और सपा के ही पास है। सपा पहले ही तीन प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर चुकी है। ऐसे में आठ सीटें भाजपा के खाते में जाना लगभग तय माना जा रहा है।