लिस्ट (BJP Candidate First List) में तीन उम्मीदवार ऐसे भी हैं जो पांच बार के सांसद रह चुके हैं और इस बार सांसदी का सिक्सर लगाने को तैयार हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति समेत कई ऐसे उम्मीदवार हैं जो पहले दो बार सांसद रह चुके हैं और अब उसी सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। 51 उम्मीदवारों में 44 मौजूदा सांसदों को फिर से टिकट देकर भाजपा ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि उन्हें अपने मौजूदा प्रत्याशियों पर भरोसा बरकरार है।
वहीं भाजपा ने अभी एक दांव अपने पाले में रखा है। उन्होंने अभी 29 सीटों पर अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। जिसके बाद उस सीट के सांसदों में खलबली का माहौल है। क्योंकि चर्चा है इनमें से कुछ सीटें सहयोगी दलों को खाते में जा सकती हैं। और कुछ नए चेहरों को भी मौका देने की बात हो रही है। कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह, गाजियाबाद से सांसद वी.के. सिंह, सुल्तानपुर से मेनका गांधी और पीलीभीत से वरुण गांधी की सीट पर पहली लिस्ट (BJP Candidate First List) में उम्मीदवार घोषित नहीं किए गए हैं।
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ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की जगह कैसरगंज से उनके बेटे प्रतीक भूषण शरण सिंह को मौका दिया जा सकता है। वहीं, पीलीभीत से वरुण गांधी की जगह बीजेपी उनकी मां मेनका गांधी पर भरोसा जता सकती है। इन सीटों के अलावा यूपी की चर्चित सीटों जैसे रायबरेली, प्रयागराज और कानपुर पर अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हुई है। इससे यह पता चलता है कि इन सीटों पर बीजेपी कुछ बड़ी प्लानिंग में है। यह भी पढ़ें