यह भी पढ़ें
UP PCS 2024: उत्तर प्रदेश PCS (प्री) चयन परीक्षा: एकल दिन में परीक्षा कराने का आदेश, CM Yogi Adityanath का बड़ा फैसला
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में जनजातीय समाज के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को दोहराते हुए उनके निर्णय की सराहना की, जिसमें भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।जनजातीय समाज का गौरवशाली इतिहास और संस्कृति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि विदेशी शासन के दौरान जब भारत पर अत्याचार किए जा रहे थे, तब भगवान बिरसा मुंडा ने अपने समुदाय के अधिकारों की रक्षा और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। उनके इस संघर्ष को सम्मान देने के उद्देश्य से यह महोत्सव आयोजित किया गया है, जहां विभिन्न जनजातीय समाज के लोग अपनी कला, परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करेंगे। यह भी पढ़ें
Dog Registration: लखनऊ नगर निगम में अब ऑनलाइन बनेंगे डॉग लाइसेंस, पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन अब होगा आसान
मुख्यमंत्री ने जनजातीय समुदाय के प्रति अपनी सरकार के समर्पण का उल्लेख करते हुए बताया कि वर्ष 2017 में सरकार के गठन के बाद जनजातीय समाज की आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी गई है। इस महोत्सव का उद्देश्य जनजातीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर को संजोना और उनके गौरवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुँचाना है।जनजातीय सशक्तिकरण के लिए डबल इंजन सरकार के प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज को सशक्त बनाने के लिए उनकी सरकार अनेक योजनाओं का संचालन कर रही है। थारू, कोल, चेरु, गोंड, बुक्सा जैसी जनजातियों को सशक्त करने के लिए सैचुरेशन योजनाओं के तहत हर जरूरतमंद को सरकारी लाभ पहुंचाने का अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, हर घर शौचालय, एलपीजी कनेक्शन, वृद्धावस्था पेंशन, महिला पेंशन और दिव्यांगजन पेंशन जैसी योजनाओं से भी जनजातीय समाज को लाभान्वित किया जा रहा है।जनजातीय संस्कृति का संरक्षण और म्यूजियम निर्माण
मुख्यमंत्री योगी ने जनजातीय समाज की संस्कृति के संरक्षण के प्रयासों की चर्चा करते हुए बताया कि बलरामपुर में थारू जनजाति की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य म्यूजियम का निर्माण किया गया है। सोनभद्र और बिजनौर के बुक्सा जनजाति वाले क्षेत्रों में भी म्यूजियम बनाए जा रहे हैं, ताकि नई पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक धरोहर से परिचित हो सके। उन्होंने टेक्नोलॉजी के साथ अपनी संस्कृति को जोड़े रखने पर भी जोर दिया। यह भी पढ़ें
New Year Gift IAS Promotion: नए साल में 115 आईएएस अफसरों को मिलेगा प्रमोशन का तोहफा: प्रमुख सचिव, सचिव और अन्य पदों पर होंगे नियुक्त
शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री योगी ने जनजातीय समाज की शिक्षा के लिए विशेष कदम उठाने की घोषणा की, जिसमें वीर एकलव्य के नाम पर विभिन्न क्षेत्रों में विद्यालयों की स्थापना शामिल है। इसके अलावा, आश्रम पद्धति के विद्यालयों के माध्यम से भी जनजातीय समाज के बच्चों को आधुनिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत जनजातीय समाज को आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें रोजगार और स्वावलंबन के अवसर मिलें। यह भी पढ़ें