जमानत जब्त होगी – सिद्धार्थनाथ सिंह यूपी सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहाकि, बिहार सीएम नीतीश कुमार पहले अपना प्रदेश संभाल लें। जब घर संभल जाए तो उत्तर प्रदेश की बात करें। गलती से भी फूलपुर आ गए तो यहां की जनता उनकी जमानत जब्त करना देगी।
यह भी पढ़े – खुशखबर, बेसिक व माध्यमिक छात्र-छात्राओं को मिलेगा यात्रा भत्ता, पर यह शर्त जरूरी है नीतीश कुमार आजमाएं भाग्य – केशरी देवी पटेल नीतीश कुमार फूलपुर से चुनाव लड़ने की बात पर फूलपुर के मौजूदा सांसद केशरी देवी पटेल ने कहाकि, यह लोकतंत्र है। कोई कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है। यदि वह नीतीश कुमार भाग्य आजमाना चाहते हैं तो स्वागत है लेकिन इस बात को ठीक से समझ लें कि क्षेत्र राजनीतिक चरागाह नहीं है। जनता उचित जवाब देगी। भले ही यह क्षेत्र कभी पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू का था लेकिन जो विकास पिछले आठ वर्षों में भाजपा के शासनकाल में हुआ वह पहले कभी नहीं हुआ।
यह भी पढ़े – यूपी के 56 जिलों को मिली मॉर्डन प्रिजन वैन, सीएम योगी का तोहफा मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे नीतीश – केशव डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहाकि, नीतीश कुमार मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं। साल 2014 में लोकसभा का चुनाव अकेले लड़े थे। केवल दो सीटों पर विजय मिली थी। इस बार दो सीट भी जीत पाएंगे या नहीं क्योंकि इस बार तो उनकी सीट पर बैठ कर सुपर सीएम की तरह लालू सरकार चला रहे हैं। 2024 में हम यूपी के सभी 80 सीटें जीतेंगे। इस बार यूपी में सपा का भी खाता तक नहीं खुलेगा। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहाकि, यूपी में नीतीश कुमार कुछ नहीं कर पाएंगे।
फूलपुर में जमानत जब्त होगी – सुशील कुमार मोदी नीतीश कुमार के यूपी से चुनाव लड़ने के दावों और अटकलों के बीच बिहार भाजपा ने भी उन पर कटाक्ष किया है। भाजपा से राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने रविवार को कहा कि, नीतीश कुमार अब यूपी से चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं। उन्हें पता है कि बिहार के अंदर उनके लिए दो सीट भी जीतना मुश्किल होगा। उनके सहयोगी ने उन्हें सुझाव दिया है या उन्हें आफर दिया गया है कि फूलपुर से चुनाव लड़ें। नीतीश कुमार जाएं, चाहे वह फूलपुर हो या मिर्जापुर हो उनकी जमानत जब्त होगी।
सपा का हो गया था सफाया – बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, अभी हाल ही में आजमगढ़ और रामपुर का लोकसभा चुनाव हुआ। दोनों क्षेत्र समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाते हैं। यहां से सपा का सफाया हो गया। इसके पहले यूपी में बुआ और बबुआ की जोड़ी को बहुत प्रचारित किया गया। लेकिन क्या हश्र हुआ। भाजपा 64 सीटें जीत गई थी। अखिलेश यादव ने कांग्रेस से हाथ मिलाया था। तब नारा लगा था यूपी को यह जोड़ी पसंद है। क्या हुआ उस जोड़ी का। मोदी ने कहा जिन लोगों ने भाजपा की पीठ में छूरा मारा है वे कहीं से चुनाव लड़ें उनकी जमानत जब्त कराई जाएगी।