लखनऊ

यूपी सरकार में यह बड़ा पद हो रहा खाली, सीएम योगी इनको दे सकते हैं अहम जिम्मेदारी, तीन नाम चर्चा में

उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट विस्तार में तो मंत्रियों को पद दे दिया गया, लेकिन अब एक और बड़े पद को लेकर सरकार को मंथन करना है।

लखनऊAug 28, 2019 / 09:16 pm

Abhishek Gupta

CM yogi

लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) के कैबिनेट विस्तार (Cabinet Extension) में तो मंत्री पदों को भर दिया गया है, लेकिन अब एक और बड़े पद को लेकर सरकार को मंथन करना है। यह पद है यूपी के मुख्य सचिव (UP Chief Secretary) का जिसपर विराजमान अनूप चंद्र पांडेय (Anoop Chandra Pandey) इस माह के अंत में रिटायर होने जा रहे हैं। अब नया मुख्य सचिव कौन होगा, यह बड़ा सवाल है। दरअसल सेवा विस्तार के बाद अनूप चंद्र पांडेय का कार्यकाल 31 अगस्त 2019 को खत्म हो रहा है। ऐसे में यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या उन्हें दोबारा एक्सटेंशन (Extension) मिलेगा यह किसी नए आईएएस अफसर को मौका मिलेगा।
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28 फरवरी को होने वाले थे रिटायर-

अनूप चंद्र पांडेय (Anoop Chandra Pandey) सीएम योगी (CM Yogi) के भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाते हैं। 1984 बैच के इस अधिकारी ने पिछले वर्ष जून में मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभाली थी। मुख्य सचिव रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों में अपना अहम योगदान दिया। बीते वर्ष फरवरी में लखनऊ में हुए इंवेस्टर्स समिट के आयोजन में अनूपचंद्र पांडेय की महत्वपूर्ण भूमिका रही। साथ ही किसानों की कर्जमाफी (Farmers Debt waiver) व कई अन्य बड़ी योजनाओं को पूरा करने में भी इनका बड़ा योगदान रहा। इसको ध्यान में रखते हुए ही उनका सेवा विस्तार किया गया। वे 28 फरवरी को रिटायर होने वाले थे, लेकिन 6 महीने का उन्हें एक्सटेशन मिल गया। यही नहीं उस दौरान मुख्य सचिव की रेस में 13 आइएएस (IAS) अफसरों को उन्होंने पछाड़ा था।
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इनको मिल सकता है पद-

अनूपचंद्र पांडेय को सेवा विस्तार नहीं मिलता है तो उस स्थिति में कई ऐसे आईएएस अधिकारी हैं जो इस पद की रेस में शामिल हैं। इनमें 1984-85 बैच के तीन अफसर प्रमुख हैं। उनके नाम निम्न हैं-
संजय अग्रवाल – 1984 बैच के आईएएस अधिकारी संजय अग्रवाल को यूपी की ब्यूरोक्रेसी में ‘ट्रबल शूटर’ के रूप में देखा जाता है। मामले चाहे कितना भी पेचीदा व किसी भी विभाग से हो, यदि सरकार को उसे सुलझाने में समस्या आई, तो संजय अग्रवाल उसे जल्द ही हल कर सकते हैं। किसानों की कर्जमाफी का खासा भी उन्होंने अनूप चन्द्र पांडेय के साथ तैयार किया था। वे वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और कृषि विभाग में सचिव पद पर तैनात है। मौजूदा भाजपा की सरकार में जब विभागों के पुनर्गठन की बात हुई तो उन्हें विभागों के पुनर्गठन के लिए बनी कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था।
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राजेंद्र कुमार तिवारी – मौका मिला तो 1985 बैच के एपीसी राजेंद्र कुमार तिवारी मुख्य सचिव की रेस में सबसे बड़े दावेदार हो सकते हैं। वे हाल ही में कृषि उत्पादन आयुक्त के पद पर तैनाती हुए हैं।
दुर्गा शंकर मिश्र – दुर्गा शंकर प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्र के करीबी है। उनको कार्यों की चर्चा भी कम नहीं हैं। वर्तमान में वे 2012 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। अभी केंद्र में हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स में सेक्रेटरी हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी उन्होंने कई काम किए हैं।

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