भूपेंद्र चौधरी ने दो टूक शब्दों में कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि कोई सांसद और विधायक मंडल अध्यक्षों की सूची दें, उन्हें ही घोषित कर दिया जाए। लेकिन मंडल अध्यक्ष और जिला टीम में बदलाव के लिए स्थानीय सांसद और विधायक की सलाह जरूर ली जाए।
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30 जिलाध्यक्षों को मिला दूसरी बार मौकाभूपेंद्र चौधरी ने 98 में से 68 संगठनात्मक जिलों में बीते दिनों नियुक्त जिलाध्यक्षों को टीम में आंशिक बदलाव करने की हरी झंडी दी। वहीं, जिन 30 जिलाध्यक्षों को दूसरी बार मौका मिला है, उन्हें मौजूदा टीम से ही चुनाव कराना होगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक है। इसलिए मौजूदा टीम भी तब तक काम करती रहेगी। उन्होंने कहा कि दिसंबर महीने से जिलों में बड़े नेताओं के प्रवास और बैठकों का दौर शुरू होगा। पार्टी को बूथ स्तर तक चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार रखना है। पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाएं जिलाध्यक्ष उसे जिताने में पूरी ताकत लगा दें।