महाभारत सबके दिलो में बसा हैं साल 2013 में स्टार प्लस पर शुरू हुए महाकाव्य ‘महाभारत’ ने दर्शकों के दिलों में अपनी बखूबी जगह बनाई। इसकी वजह थी.महाभारत में कलाकारों का बेहतरीन प्रदर्शन, जिसने आज 7 साल बाद भी लोगों का प्यार वैसे का वैसे बरकरार रखा. इन्हीं में एक किरदार को जिसने जीवंत कर दिया, वो हैं महाभारत के मुख्य व अहम किरदार ‘भीष्म पितामह’ का रोल अदा करने वाले ‘आरव चौधरी।
आज ‘महाभारत’ री-टेलीकास्ट किया जा रहा है और एक बार फिर फैंस भीष्म पितामह के रूप में आरव को देखकर काफी उत्सुक हैं.ऐसे में हमने आज उनसे कुछ खास बातचीत की. पेश हैं कुछ मुख्य अंश….
सवाल – जवाब सवाल – भीष्म का किरदार ऑफर हुआ तो पहला ख्याल क्या आया ?
जवाब – मेरे लिए ये बहुत बड़ी उपलब्धि थी. भारतवर्ष में ऐसा कोई भी अभिनेता नहीं होगा, जो ‘भीष्म’ का किरदार नहीं निभाना चाहेगा. मैं बहुत गर्व महसूस करता हूं कि मुझे भीष्म का किरदार निभाने को मिला.
सवाल – असल जिंदगी में आप ‘भीष्म’ से कितना प्रभावित हैं ?
जवाब – मैं भीष्म से काफी हद तक प्रभावित हूं. जैसे वो थोड़े हठी स्वभाव के थे, वो जो कहते थे, वो करते थे और मेरा भी थोड़ा ऐसा नेचर रहा है. उनकी ‘कभी न हारने’ वाली आदत थी, उसका अनुसरण भी मैं अपने जीवन में करता हूं. इसके अलावा वह काफी विनर्म स्वभाव के थे, इस मामले में भी मैं उनको अपने जीवन में अहम स्थान देता हूं।
जवाब – मैं भीष्म से काफी हद तक प्रभावित हूं. जैसे वो थोड़े हठी स्वभाव के थे, वो जो कहते थे, वो करते थे और मेरा भी थोड़ा ऐसा नेचर रहा है. उनकी ‘कभी न हारने’ वाली आदत थी, उसका अनुसरण भी मैं अपने जीवन में करता हूं. इसके अलावा वह काफी विनर्म स्वभाव के थे, इस मामले में भी मैं उनको अपने जीवन में अहम स्थान देता हूं।
सवाल – ‘भीष्म’ के अलावा किस किरदार को निभाना पसंद करेंगे ?
जवाब – अगर दोबारा मौका मिले तो भी मैं भीष्म का किरदार ही निभाना चाहूंगा. क्योंकि भीष्म का किरदार जितना काम्प्लेक्स है, उसमें जितने रस हैं निभाने को, उतना किसी अन्य किरदार में नहीं है. भीष्म का आपको आक्रोश, रुदन, प्यार, पीड़ा, शौर्य, समपर्ण, त्याग, संकट सबकुछ दिखेगा. इसलिए जितनी चीजें एक साथ इस कैरेक्टर को निभाने से मिलती है उतनी किसी अन्य से नहीं।
जवाब – अगर दोबारा मौका मिले तो भी मैं भीष्म का किरदार ही निभाना चाहूंगा. क्योंकि भीष्म का किरदार जितना काम्प्लेक्स है, उसमें जितने रस हैं निभाने को, उतना किसी अन्य किरदार में नहीं है. भीष्म का आपको आक्रोश, रुदन, प्यार, पीड़ा, शौर्य, समपर्ण, त्याग, संकट सबकुछ दिखेगा. इसलिए जितनी चीजें एक साथ इस कैरेक्टर को निभाने से मिलती है उतनी किसी अन्य से नहीं।
सवाल – जयपुर की क्या खासियत है ?
जवाब – जयपुर मेरा जन्म स्थल है लेकिन बॉम्बे में लंबे समय से रह रहा हूं. जयपुर का खाना बहुत अच्छा है. यहां का आर्किटेक्चर काफी बढ़िया है. यहां मेरी स्कूलिंग हुई कॉलेज किया. और मेरी शादी भी यहीं हुई. भारतवर्ष में कहीं भी कोई कैटेलॉग बनता है तो उसमें आप देखें राजस्थान की फोटोज जैसे ऊँट, ईमारत जरूर होती है. इसीलिए यह पर्यटकों का स्थल भी है।
जवाब – जयपुर मेरा जन्म स्थल है लेकिन बॉम्बे में लंबे समय से रह रहा हूं. जयपुर का खाना बहुत अच्छा है. यहां का आर्किटेक्चर काफी बढ़िया है. यहां मेरी स्कूलिंग हुई कॉलेज किया. और मेरी शादी भी यहीं हुई. भारतवर्ष में कहीं भी कोई कैटेलॉग बनता है तो उसमें आप देखें राजस्थान की फोटोज जैसे ऊँट, ईमारत जरूर होती है. इसीलिए यह पर्यटकों का स्थल भी है।
सवाल – ‘लॉकडाउन’ का समय कैसा बीत रहा है ?
जवाब – यह कोई प्रताड़ित समय नहीं है मेरे लिए. मैं अपनी दो बिल्लियों के साथ खेलता हूं मस्ती करता हूं. महाभारत का हर एपिसोड देखता हूं. परिवार वालों के साथ वक्त बीतता है. हाँ बस मैं जिम नहीं जा पा रहा हूं।
जवाब – यह कोई प्रताड़ित समय नहीं है मेरे लिए. मैं अपनी दो बिल्लियों के साथ खेलता हूं मस्ती करता हूं. महाभारत का हर एपिसोड देखता हूं. परिवार वालों के साथ वक्त बीतता है. हाँ बस मैं जिम नहीं जा पा रहा हूं।
सवाल – अपने फैंस को आप क्या सन्देश देना चाहेंगे ?
जवाब – महाभारत में भीष्म के रूप में आपने आरव चौधरी को जितना प्यार दिया, उसके लिया आप सभी का आभारी हूं. और इस लॉकडाउन के टाइम में प्रत्येक देशवासी से मेरी यही गुजारिश है कि आप डॉक्टर्स, पुलिस, आर्म फ़ोर्स, इन सबका जितना सहयोग कर पाएं उतना करें. हम उनका आदर, सम्मान करें, यही हमारा कर्तव्य है।
जवाब – महाभारत में भीष्म के रूप में आपने आरव चौधरी को जितना प्यार दिया, उसके लिया आप सभी का आभारी हूं. और इस लॉकडाउन के टाइम में प्रत्येक देशवासी से मेरी यही गुजारिश है कि आप डॉक्टर्स, पुलिस, आर्म फ़ोर्स, इन सबका जितना सहयोग कर पाएं उतना करें. हम उनका आदर, सम्मान करें, यही हमारा कर्तव्य है।
सन्देश
आखिरी में अराव ने कहाकि हम सभी को इस समय लॉक डाउन के नियमों का पालन करना चाहिए और सरकार को सहयोग करें। आप सुरक्षित तो सब समाज और परिवार भी सुरक्षित।
आखिरी में अराव ने कहाकि हम सभी को इस समय लॉक डाउन के नियमों का पालन करना चाहिए और सरकार को सहयोग करें। आप सुरक्षित तो सब समाज और परिवार भी सुरक्षित।