कैसे बनावएं कार्ड मोदी केयर नाम से मशहूर आयुष्मान योजना 25 सितंबर, 2019 को शुरू की गई थी। उत्तर प्रदेश से कई गरीब परिवारों ने इस योजना का लाभ उठाया है। आयुष्मान योजना के तहत हर परिवार को इलाज के लिए साल में पांच लाख रुपए दिए जाते हैं। अब तक आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को ई कार्ड बनवाना पड़ता था, जिसके लिए उन्हें कॉमन सर्विस सेंटर जाना पड़ता था। वहां प्रति लाभार्थी से 30 रुपए लिए जाते थे। लेकिन अब घर पर ही फ्री में कार्ड मिलेगा। कार्ड बनवाने के लिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क किया जा सकता है या फिर स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क किया जा सकता है। पंजीकृत होने पर अभियान से जुड़े कर्मचारी आपके घर आकर पूरी डिटेल लेंगे। इसके बाद आपको आयुष्मान कार्ड मिलेगा।अभियान के तहत पंजीकरण कराने वाले व्यक्ति के घर जाकर डिटेल ली जाती है। आयुष्मान योजना का कार्ड पीवीसी के तौर पर मिलता है यानी यह एटीएम कार्ड जैसा दिखता है।
30 अप्रैल तक बनेंगे निशुल्क गोल्डन कार्ड स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे निशुल्क गोल्डन कार्ड बनाने की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ी दी है। गोल्डन कार्ड धारक को पांच लाख रुपये तक मेडिकल सुविधा लेने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत 30 अप्रैल तक अटल सेवा केंद्रों (सीएससी) पर निशुल्क गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं।