गर्भपात का निर्णय
वरिष्ठ डॉक्टर सुजाता डे की अगुवाई वाली टीम ने बच्ची की मेडिकल स्थिति को ध्यान में रखते हुए गर्भपात का निर्णय लिया। मंगलवार को दोपहर बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों ने गर्भपात की प्रक्रिया को अंजाम दिया। बच्ची की तीन महीने की प्रेग्नेंसी बताई जा रही थी। यह भी पढ़ें
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विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की निगरानी
गर्भपात के बाद बच्ची की हालत स्थिर बताई जा रही है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बयान में कहा कि बच्ची की हालत फिलहाल स्थिर है और उसे डॉक्टरों की टीम की निगरानी में रखा गया है। हालांकि, केजीएमयू प्रशासन की तरफ से अभी तक औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है। यह भी पढ़ें