यह भी पढ़े – गालीबाज श्रीकांत त्यागी की न्यायिक हिरासत बढ़ी, 15 साल पुराने मामले में हुई थी पेशी जानें क्या है पूरा मामला दरअसल 28 दिसंबर 2018 को आलमबाग निवासी रियल एस्टेट के कारोबारी मोहित जायवाल ने लखनऊ के कृष्णा नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि देवरिया जेल में बंद अतीक अहमद ने अपने गुर्गों से गोमतीनगर ऑफिस से उसका अपहरण करा देवरिया जेल ले गया। आरोप है कि जेल में अतीक ने एक सादे कागज पर उससे साइन करने को कहा। मना करने पर अतीक के गुर्गों और बेटे उमर अहमद ने उसे तमंचे और लोहे की रॉड से पीटा। फिर बेहोशी की हालत में स्टांप पेपर पर साइन करा करीब 45 करोड़ की प्रॉपर्टी अपने नाम करा ली थी। साथ ही उसकी एसयूवी गाड़ी भी लूट ली।
यह भी पढ़े – नशेड़ी नई नवेली दुल्हन ने दांतों से काटकर पति को किया घायल, डरे पति ने थाने पहुंचकर तहरीर दी दोनों बेटों के खिलाफ मामला दर्ज बता दें कि अतीक अहमद के दोनों बेटों के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस काफी दिनों से दोनों की तलाश में जुटी थी और जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। जहां उमर अहमद के खिलाफ प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल का अपहरण कर मारपीट का मामला सीबीआई के पास है, तो वहीं अली अहमद पर प्रयागराज के प्रॉपर्टी डीलर के साथ मारपीट और रंगदारी का मामला दर्ज है। पुलिस ने अतीक अहमद समेत 8 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था लेकिन 23 अप्रैल 2019 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गयी थी।