माइग्रेशन सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन डिजी लॉकर से माइग्रेशन सर्टिफिकेट बनवाने के लिए भी छात्रों को स्कूल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) ने छात्रों और अभिभावकों के हित में फैसला लेते हुए माइग्रेशन सर्टिफिकेट को ऑनलाइन कर दिया है। नई व्यवस्था के तहत विद्यार्थियों के डिजी लॉकर यानी डिजिटल लॉकर में आनलाइन ये प्रमाणपत्र भेज दिया जाएगा।
आरोग्य सेतु कोरोना संक्रमण पर निगरानी, अपडेट, कंट्रोल और अलर्ट के लिए भारत सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च किया था। दो अप्रैल को लॉन्च किए गए इस ऐप के देशभर में 15 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। उत्तर प्रदेश में भी इस ऐप को कई लोग इस्तेमाल करते हैं। यूपी से सबसे ज्यादा इस ऐप को कानपुर से (5.09 लाख) डाउनलोड किया गया है।
आरोग्य सेतु ऐप के फायदे – आरोग्य सेतु एप्लिकेशन अंग्रेजी, हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, तमिल, पंजाबी, बंगाली, उड़िया, गुजराती और मराठी भाषा में उपलब्ध है। – आरोग्य सेतु ऐप ब्लूटूथ-आधारित तकनीक पर काम करता है और उपयोगकर्ता के स्थान के आधार पर कोराना वायरस के जोखिम या रिस्क का निर्धारण करने की कोशिश करता है।
– यह उपयोगकर्ता को सूचित करता है कि कहीं उसने 6-फीट की निकटता में कोविड-19 के पॉजिटिव केस के रास्ते को पार किया है या नहीं। साथ ही उपयोगकर्ता को कोरोना वायरस के लिए कई उपायों के बारे में भी बताता है।
उमंग ऐप उमंग ऐप के माध्यम से आप अपने पीएफ खाते के बारे में सारे जानकारी हासिल कर सकते हैं। मोदी सरकार द्वारा 2017 में यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू-एज गवर्नेंस (UMANG) ऐप लॉन्च किया था। उमंग ऐप के जरिए आप एक ही जगह पर 1987 तरह की सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस ऐप को मोबाइल में डाउनलोड करने के बाद आपको पीएफ, डिजिलॉकर, एनपीएस के डिटेल्स जानने, गैस सिलेंडर की बुकिंग कराने, नया पैन कार्ड बनवाने या पानी और बिजली का बिल जमा करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है।
एमपरिवहन ऐप एमपरिवहन ऐप (mPARIVAHAN) डाउनलोड करने के बाद आपको गाड़ी में आरसी, डीएल या बीमा सहित अन्य दस्तावेज साथ रख कर चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एम परिवहन ऐप में ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी की डिजिटल कॉपी बना सकते हैं।