दो महीने तक खुद की देखभाल झांसी की रहने वाली मिनी खरे जीव आश्रय समिति नाम की संस्था की संचालक हैं। पत्रिका से बातचीत में मिनी खरे ने बताया कि उनकी संस्था को शेरी के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने उसका इलाज कराना शुरू किया। लेकिन डॉक्टर्स ने जब इलाज से इंकार कर दिया तो उन्होंने खुद उसकी देखभाल करना शुरू किया। उसे अपने घर पर रखा। उसकी हालत पहले से बेहतर तो हो गई लेकिन उसकी देखने की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। फिर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से अडॉप्शन की अपील की गई को एक संस्था ने शेरी को अडॉप्ट करने की पहल की। उनका संपर्क दिल्ली की डॉक्टर प्रेमलता चौधरी से बना। शेरी को लेने के लिए डॉक्टर प्रेमलता चौधरी की टीम झांसी आई और उसे दिल्ली ले गई। मिनी खरे ने बताया कि वहां दो महीने तक शेरी का इलाज चला लेकिन उसके देखने की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया। हालांकि, उसकी हेल्थ अच्छी थी। इसके बाद जून माह में यह डॉग अमेरिका पहुंच गया।
अमेरिकी महिला ने लिया गोद अमेरिकी संस्था हेलेन ब्राउन ने शेरी को अपने पास रखने का जिम्मा उठाया। साथ ही इसके लिए किसी गोद लेने वाले की तलाश भी वहां शुरू कर दी। इस बीच शेरी की सेहत और उसके इलाज अपडेट लगातार अमेरिकी संस्था मिनी खरे को दिया करती थी। 12 जुलाई को एक लंबे संघर्ष के बाद शेरी को गोद लेने वाले की तलाश खत्म हुई। अमेरिका की ही एक महिला ने शेरी को गोद लेते हुए उसके इलाज की जिम्मेदारी उठाई है।
ये भी पढ़ें: मेनका गांधी का एक और ऑडियो हुआ वायरल, डाक्टर से कहा- कुत्ते के मालिक को दो मुआवजा, वरना… नेत्रहीन हथिनी की मदद के लिए याचिका साइन आगरा जिले में कई बॉलीवुड हस्तियों ने 60 वर्षीय वृद्ध और नेत्रहीन हथनी “नीना” की मदद के लिए सोशल मीडिया पर आवाज उठाई है। नीना हथनी दोनों आंखों से नेत्रहीन है। इसके अलावा वह गठिया, लंगड़ापन और अपक्षयी जोड़ों के रोग से भी पीड़ित है। वाइल्डलाइफ एसओएस और वन विभाग ने नीना को तत्काल उपचार और देखभाल के लिए मथुरा के हाथी अस्पताल में शिफ्ट किया है।
ये भी पढ़ें: कोविड प्रोटोकॉल के साथ निकाली जाएगी कांवड़ यात्रा, जरूरी होगी आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट 60 वर्षीय हथनी नीना का इस्तेमाल जीवन भर सड़कों पर भीख मांगने और शादीयों में जुलूस के लिए निकल गया। नीना का गिरता स्वास्थय उसे तत्काल चिकित्सीय उपचार देने की मांग करता है। बावजूद इसके उसका शोषण होता रहा। जब नीना शादियों में नहीं जाती तो उसके मालिक उसे नुकिली जंजीर से कसकर बांध देते थे जिससे कि वह लेटने और आराम करने में असमर्थ हो जाती। उचित चिकित्सीय सेवा से दूर रख कर हथिनी नीना को सड़कों पर भीख मांगने पर भी मजबूर किया जाता रहा। जब लोगों का ध्यान नीना पर गया तो उसे इस क्रूरता से बचाने के लिए याचिका पर लोगों के हस्ताक्षर करवाए गए। याचिका में रणदीप हुड्डा, बानी जे और यहां तक कि लोकप्रिय अमेरिकी टीवी श्रृंखला- “मॉडर्न फैमिली” स्टार नोलन गोल्ड जैसे कई स्टार्स ने साइन किया है।
हाथी अस्पताल में इलाज याचिका को समर्थन मिलने के बाद पहल तेज हुई को आजीवन चिकिक्सीय इलाज से दूर रही नीना को तत्काल उपचार भी मिल गया। मथुरा स्थित वाइल्डलाइफ एसओएस के हाथी अस्पताल में, पशु चिकित्सकों की टीम ने नीना के इलाज की जिम्मेदारी उठाई है। उसकी परेशानीयों को कम करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए उसकी क्षतिग्रस्त आंखों का अल्ट्रासाउंड किया, उसकी स्वास्थ स्थिति एवं नाज़ुक हड्डियों का आंकलन करने के लिए एक्स-रे करा व अन्य परिक्षण किए। इसके बाद, वाइल्डलाइफ एसओएस की पशु-चिकित्सकों की टीम ने उसके लिए एक गहन उपचार योजना विकसित की, जिसमें उसके स्वास्थ्य को संबोधित करते हुए उसके दर्द और पीड़ा को कम करने के लिए हाइड्रोथेरेपी, लेजर थेरेपी और पोषित आहार भी शामिल हैं।
बिल्ली कबूतर की लड़ाई में फोड़ ली खोपड़ी पीलीभीत जिले में बिल्ली और कबूतर की लड़ाई में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच लाठी-डंडे चले और इतनी गंभीर चोट आई की अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। दरअसल, पशु प्रेमी तौकीर अली खान अपने घर में बिल्लियां पालते हैं। पालतू बिल्ली आस-पड़ोस में भी टहलती है। दो दिन पहले यह बिल्ली पड़ोस के शान मियां खान के यहां चली गई और शान मियां के आरोप के मुताबिक बिल्ली ने तौकीर उनका कबूतर मार कर खा लिया। इस बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई। इसके बाद फिर बिल्ली शान मियां के घर चली गई जिसके बाद उन्होंने उसे बंद कर दिया। अपनी बिल्ली को ढूंढते हुए तौकीर, शान मियां के घर गया को शान मियां ने बिल्ली ना होने की बात कही। बिल्ली की आवाज सुनकर तौकीर का पारा हाई हो गया और दोनों में कहासुनी होने लगी। काहसुनी में दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। तौकीर के सिर में गंभीर चोटें आई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।