2022 में प्रबल दावेदार मुहम्मदाबाद विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह समर्थकों के साथ गाजीपुर से लखनऊ पहुंचे। सिबगतुल्लाह अंसारी 2007 में सपा और 2012 में कौमी एकता दल से गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा रहे हैं। इसके बाद 2017 में बसपा से मैदान में उतरे, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा। अब एक बार फिर वे सपा खेमे में शामिल हो गए हैं। ऐसे में लगभग तय है कि उन्हें या उनके बेटे को 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा वहां से टिकट देगी।
संन्यास लेंगे बीजेपी एमएलए दीनानाथ भाष्कर उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के औराई विधानसभा से भाजपा विधायक दीनानथ भाष्कर ने राजनीति से सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए राजनीति से संन्यास लेने की संभावना जताई है। उनके पोस्ट से उनके राजनीतिक जगत को अलविदा कहने के कयास लगाए गए हैं। फेसबुक पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा, ‘काम करने के बावजूद मुझे कुछ लोग जलील कर रहे हैं। कोई जिम्मेदार व्यक्ति सुनने के लिए नहीं तैयार है। आने वाले दिनों में मैं राजनीति से बाहर हो सकता हूं। बाहर से पार्टी की सेवा करता रहूंगा।’ विधायक की पोस्ट के बाद भदोही जिले की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है।
पार्टी बनाने के पहले ही अमिताभ ठाकुर हो गए राजनीति के शिकार उत्तर प्रदेश काडर के पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने नई पार्टी बनाने की घोषणा करने के साथ अपने संगठन का प्रस्तावित नाम ‘अधिकार सेना’ करने का ऐलान किया है। लेकिन उनके राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा करने से पहले ही वह राजनीति के शिकार हो चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह करने वाली पीड़िता ने अपने बयान में अमिताभ ठाकुर का नाम लिया था। उसके बयान के आधार पर पूर्व आईपीएस को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पत्नी नूतन ठाकुर का आरोप है कि पीड़िता के जिस बयान को आधार बनाकर उनके पति को गिरफ्तार किया गया है उसी बयान में वाराणसी के तत्कालीन एसपी अमित पाठक सहित कई अधिकारियों और एक जज पर भी आरोप लगाए गए हैं। एक बयान के आधार पर अगर उनके पति को गिरफ्तार किया गया तो एफआईआर में आरोपित कर इनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई। नूतन ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया है कि जब से उनके पति ने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है उन्हें तब से ही सपरिवार प्रताड़ित किया जा रहा है।