सिपाही को नोटिस आगरा पुलिस लाइन स्थित आवास में रहने वाले एक सिपाही ने बकरियों का पालन शुरू कर दिया। इस पर पड़ोसी बेहद परेशान हो गए। सब ने मिलकर एसएसपी से शिकायत कर दी। बस फिर क्या था सिपाही को नोटिस थमा दिया गया।
जब एसएसपी चौंके नोटिस मिलने के साथ ही बुधवार को सिपाही एसएसपी आफिस पहुंचा। और लगा एसएसपी से गुहार करने। एसएसपी से सिपाही ने जब वजह बताई तो एसएसपी चौंक गए और उनको सिपाही पर दया आ गई। सिपाही ने बताया कि, उसे और बेटे को डेंगू हो गया था। किसी ने कहा था कि बकरी का दूध पीने से फायदा होगा। प्लेटलेट्स भी बढ़ जाएंगी। इसलिए बकरियों का पालन शुरू कर दिया। अब वो ठीक हैं।
सिपाही को कहा एसएसपी ने छुट्टी ले लें एसएसपी ने कहा कि, सरकारी आवास में बकरी पालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अगर, वो छुट्टी चाहें तो ले सकते हैं। गंदगी होने से अन्य लोगों को परेशानी हो रही है।
डाक्टरों ने दी सलाह अब आपको वह कारण बताते है कि जिस वजह से आगरा में जिसे देखिए वहीं बकरी का दूध बेच रहा। मामला सारा यह है कि, आगरा सहित आस-पास के मंडल में डेंगू और वायरल बुखार कुछ बढ़ सा गया है। तो कुछ चिकित्सकों ने लोगों को सलाह दी कि, नारियल पानी, कीवी के साथ दलिया खाने से फायदा होगा। और अगर बकरी का दूध पीया जाए तो डेंगू जल्द ठीक हो जाएगा।
हजार रुपए लीटर बिका बकरी का दूध बस फिर क्या था लोगों ने बकरी के दूध का जमकर सेवन शुरू कर दिया। जिस वजह से बकरी के दूध की कीमतें आसमान छूने लगी थीं। तमाम मरीजों ने बकरी के दूध के लिए हजार रुपए लीटर भी दिए। शहर से कई-कई किमी दूर तक लोग बकरी का दूध खरीदने गए थे।
अपना धंधा छोड़कर बेचने लगे बकरी का दूध आगरा में जब बकरी का दूध एक हजार रुपए बिकना शुरू हुआ तो ठेल लगाकर सब्जी और फेरी लगाकर कपड़े बेचने वालों ने अपना धंधा छोड़कर बकरी का दूध बेचने लगे। कुछ लोग ठेल लगाकर नारियल पानी बेचते नजर आ रहे हैं।
डेंगू के दो और नए मामले डेंगू के आगरा में दो और नए मामले मिले हैं। पर एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में इस समय कोई मरीज भर्ती नहीं है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि अब तक जिले में डेंगू के कुल 1154 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, डेंगू से सात मरीजों की मौत हो चुकी है।