110 साल बाद फीस बढ़ाई गई, दो सप्ताह से छात्र कर रहे विरोध गौरतलब है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र दो सप्ताह से अधिक समय से फीस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं और छात्र संघ के पुनरुद्धार की भी मांग कर रहे हैं। कई हॉस्टल और कैंपस के अंदर मार्च निकालने के बाद विरोध तेज हो गया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने बताया कि 110 साल बाद फीस बढ़ाई गई है। 1922 में विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से कार्यकारी परिषद ने लगभग दो हफ्ते पहले विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क वृद्धि को मंजूरी दी थी।
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इलाहाबाद विश्वविद्यालय: फीस वृद्धि के विरोध में प्रोफेसर ने आंदोलनकारियों का किया समर्थन, कुलपति की निकली शवयात्रा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की सफाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने कहा कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार लाए जा रहे बदलावों को देखते हुए शुल्क वृद्धि समय की जरूरत है। जिसके तहत अधिक शिक्षकों को काम पर रखा जाना है और नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाने हैं। विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान छात्रों में से कोई भी प्रभावित नहीं होगा क्योंकि शुल्क वृद्धि केवल 2022-23 शैक्षणिक वर्ष से नए प्रवेशकों के लिए लागू होगी।