इलेक्ट्रो थेरेपी के माध्यम हो रहा इलाज
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर शराब की लत छुड़वाने के लिए इलेक्ट्रिक शॉक दे रहे है। इस प्रक्रिया को ट्रांसक्रेनियल डायरेक्ट करंट स्टिम्युलेशन तकनीक कहा जा रहा है। इसमें इलेक्ट्रो थेरेपी (electrotherapy) में मरीज को बेहोश किया जाता है। इसके बाद उसे करंट दिया जाता है।
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर शराब की लत छुड़वाने के लिए इलेक्ट्रिक शॉक दे रहे है। इस प्रक्रिया को ट्रांसक्रेनियल डायरेक्ट करंट स्टिम्युलेशन तकनीक कहा जा रहा है। इसमें इलेक्ट्रो थेरेपी (electrotherapy) में मरीज को बेहोश किया जाता है। इसके बाद उसे करंट दिया जाता है।
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34 मरीजों पर किया गया तकनीक का इस्तेमालइस नई टेक्नोलॉजी का प्रभाव जानने के लिए डॉक्टर ने शराब की लत वाले 34 मरीजों को दो ग्रुप में बांटा । इसके बाद उनके सिर पर उपकरण लगाए गए। पहले ग्रुप के मरीजों को बिजली का करंट दिया गया। इसके बाद एक हफ्ते में 20 मिनट की 5 सेशन के बाद एनालिसिस किया गया। एनालिसिस करने पर पता चला कि नई तकनीक से सभी मरीजों की शराब की लत पूरी तरीके से छूट गई और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं दिखा।
तकनीक को लेकर डॉक्टर ने दी जानकारी
KGMU के डॉक्टर अमित आर्या के मुताबिक दिमाग एक इलेक्ट्रिक ऑर्गन है, जो इलेक्ट्रिक सिग्नल पास करता है। इस सिग्नल में कुछ समस्या होने पर किसी चीज की लत या आदत लग जाती है और तनाव आ जाता है। दिमाग के कुछ विशेष हिस्से में बिजली का करंट देकर इन इलेक्ट्रिक सिग्नल को पहले की अवस्था में लाया जाता है। इससे मरीज सामान्य अवस्था में आ जाता है और शराब की लत छूट जाती है।
KGMU के डॉक्टर अमित आर्या के मुताबिक दिमाग एक इलेक्ट्रिक ऑर्गन है, जो इलेक्ट्रिक सिग्नल पास करता है। इस सिग्नल में कुछ समस्या होने पर किसी चीज की लत या आदत लग जाती है और तनाव आ जाता है। दिमाग के कुछ विशेष हिस्से में बिजली का करंट देकर इन इलेक्ट्रिक सिग्नल को पहले की अवस्था में लाया जाता है। इससे मरीज सामान्य अवस्था में आ जाता है और शराब की लत छूट जाती है।