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लखनऊ

AKTU: प्राइवेट कॉलेज अपने शिक्षकों को नौकरी से नहीं निकाल पाएंगे

एकेटीयू से संबद्ध प्राइवेट कालेज अपने शिक्षकों को नौकरी से निकाल नहीं सकेंगे

लखनऊSep 24, 2018 / 08:36 pm

Prashant Srivastava

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AKTU: प्राइवेट कॉलेज अपने शिक्षकों को नौकरी से नहीं निकाल पाएंगे

लखनऊ. एकेटीयू से संबद्ध प्राइवेट कालेज अपने शिक्षकों को नौकरी से निकाल नहीं सकेंगे। ऐसी किसी परिस्थिति में कालेजों को पहले विश्वविद्यालय को प्रकरण भेजना होगा और विश्वविद्यालय की अनुमति होने पर ही कोई कार्यवाही कर सकेंगे। ये फैसला एकेटीयू की कार्य परिषद की बैठक में लिया गया। इसके अलावा संधान निधि के ब्याज से प्राप्त धनराशि को शिक्षको के वेलफेयर पर खर्च किया जाएगा। किसी शिक्षक की मृत्यु होने पर विश्वविद्यालय 5 लाख की आर्थिक सहायता परिवार को उपलब्ध कराएगा।
एकेटीयू की कार्य परिषद की 33वीं बैठक में लि गए निर्णय –

– प्रत्येक वर्ष दिनांक 26 जुलाई को विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर प्रतिभा प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत पाठ्यक्रमवार मेधावी छात्र/छात्राओं को सम्मानित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय में कार्यरत अधिकारियों/कर्मचारियों में से उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को भी सम्मानित किया जायेगा।
– विश्वविद्यालय एवं घटक संस्थान में कार्यरत शैक्षणिक एवं गैरशैक्षणिक अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए प्रत्येक वर्ष अनिवार्य रूप से वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट कार्यपरिषद के समक्ष प्रस्तुत की जायेगी।
-विश्वविद्यालय के संस्थान सेंटर फार एडवांस स्टडीज के लिए लोगो निर्धारित करने हेतु डिजाइन प्रतिस्पर्धा आयोजित करने तथा सर्वश्रेष्ठ चयनित डिजाइन के लिए रू0 20000 का पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
– विश्वविद्यालय के संस्थान सेंटर फार एडवांस स्टडीज में आगामी शैक्षिक सत्र से परास्नातक के नवीन कोर्स संचालित करने हेतु निर्णय लिया गया कि इस संबंध में फिजिबिल्टी रिपोर्ट के आधार पर ऐसे कोर्सेज का चयन किया जाए जिनमें रोजगार प्राप्ति की सम्भावनाएं अधिक हो।
-विश्वविद्यालय से सम्बद्ध ऐसे निजी संस्थान जिन्होंने विश्वविद्यालय नियमावली के अनुपालन में संधान निधि विश्वविद्यालय में अब तक जमा नहीं करायी है उनके लिए निर्देश दिये गये कि एक सप्ताह के भीतर यदि संधान निधि जमा नहीं करायी जाती है तो संबंधित संस्थानों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाए।
-विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आईईटी लखनऊ की गवर्निंग बॉडी के गठन पर कार्यपरिषद द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया। गवर्निंग बाडी की संस्तुतियों को यथावश्यक विश्वविद्यालय की विद्या परिषद अथवा कार्यपरिषद के समक्ष अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया जायेगा।
-विश्वविद्यालय के दिनांक 12 अक्टूबर को प्रस्तावित दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्रथम बार विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों को सम्मानित किये जाने की पहल का निर्णय लिया गया। इस वर्ष यह सम्मान सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने के लिए सृजन पाल सिंह को प्रदान किया जायेगा।

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