जिला पंचायत और ब्लाक प्रमुख चुनावों में भाजपा ने सत्ता का जैसा खुला दुरूपयोग किया है वह शर्मनाक है। लोकतंत्र की निर्ममता से हत्या की गई है। चुनावों के दौरान समाजवादी प्रत्याशियों को नामांकन से जबरन रोका गया, मतदान के दौरान हिंसा हुई और प्रत्याशियों तथा समर्थकों का अपहरण तथा बंधक बनाने की निंदनीय घटनाएं सर्वविदित है। चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली के बाद भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न जारी है। विभिन्न जनपदों में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर बड़े पैमाने पर फर्जी मुकदमें लगा दिए गए हैं। अज्ञात में तमाम लोगों को नामजद किया जा रहा है। समाजवादी कार्यकर्ताओं और नेताओं का अन्य तरीकों से भी उत्पीड़न किया जा रहा है। घरों में रात में दबिश डालकर परिवारीजनों से अभद्रता की जा रही है। पुलिस कार्रवाई में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता निर्मम पिटाई से घायल भी हुए हैं।
भाजपा के अत्याचारों के सामने समाजवादी पार्टी झुकने वाली नहीं है। लोकतंत्र को बचाने के लिए समाजवादी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा। भाजपा विपक्ष को कुचलने और जनता की आवाज को दबाने में लगी है। आर.एस.एस. भाजपाई दुष्प्रचार को हवा देने में सक्रिय है।अगला विधान सभा चुनाव 2022 लोकतंत्र को बचाने का चुनाव होगा। भाजपा लोकतंत्र के साथ छल करने पर तुली हुई है। समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से सन् 2022 की चुनौती से निपटते हुए विजय पथ की ओर अग्रसर होगी। जनता भी समाजवादी पार्टी की सरकार चाहती है। भाजपा चाहे जितनी कलाबाजियां खा ले जनता भाजपा की सच्चाई से परिचित है।