दरअसल बीते दिन अखिलेश यादव कानपुर से निकलते रहे थे। इस दौरान भौंती स्थित पीएसआईटी संस्थान के चेयरमैन प्रणवीर सिंह से मुलाकात के बाद मीडिया से भी मुखातिब हुए। ईद की बधाई देने संग कानपुर में जीत को लेकर मतदाताओं को बधाई भी दी। अखिलेश ने कहा, भाजपा सरकार में कुछ भी सुरक्षित नहीं है। बैंक के लॉकर में भी डकैती पड़ जा रही है। लोगों की मदद के लिए सपाई अधिकारी से भी मिले। अधिकारी ने माना और पीड़ितों को मुआवजा मिला। उन्होंने कहा कि किसी को भी घर से हटाने से पहले उसके रुकने का इंतजाम करना चाहिए। ट्रैफिक जाम, बिजली संकट पर सपा मुखिया ने कहा कि सपा सरकार ने प्लांट लगाने का काम किया था लेकिन बीजेपी ने संकट पैदा किया है। लोगों को बीजेपी सरकार गुमराह कर रही है।
यह भी पढ़े – अब आमने-सामने से टकराएंगे चाचा भतीजे, 6 को प्रेसवार्ता में रखेंगे अपनी ये रणनीतियां अभी से ही जीत रहे लोकसभा सीटें बातचीत के दौरान अखिलेश ने कहा कि सपा और गठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव में 24 सीटें अभी से ही जीत रहा है, इसके अलावा बाकी सीटों पर भी आगे रहकर जीत दर्ज करेंगे। यह बात भाजपा भी जानती है। इसलिए वह चुनाव से पहले कुछ भी फैला सकती है। लड़ाई भी करा सकती है। किसी पार्टी या नेता से हिसाब करना है तो भाजपा की रिसर्च टीम ट्वीट बनाकर करती है। डाटा बता रहे हैं कि सपा सिर्फ साढ़े तीन लाख वोट से ही भाजपा से पीछे है। इस दौरान बीजेपी पर कई संगीन आरोप भी लगाए।
यह भी पढ़े – फिर प्रसपा को मजबूत करेंगे शिवपाल, ये है प्लान कानपुर की पुलिस में नहीं कोई लगाम अखिलेश ने कानपुर पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि पत्रकार के कपड़े उतारकर फोटो वायरल की गई, यह गलत है। यहां की पुलिस सभी सीमाएं तोड़ गई इसलिए कानपुर फेमस है। आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में सबसे अधिक जातिवाद है। प्रदेश में कुलपति से लेकर अधिकारियों तक के नाम देख लो, समझ आ जाएगा। सरकार पर जातिवाद और पुलिस की हरकतों पर निशाना साधा।