ये भी पढ़ें- अनलॉक 1: यूपी में अब चलेंगी रोडवेज बस, टैक्सी, फल/सब्जी मंडी का बदला समय, नाई की दुकानों को भी निर्देश बचाव में आरती ने कहा यह- आरती का यह बयान औपचारिक नहीं है, लेकिन जब उन्होंने बयान दिया तो किसी ने छिपकर उनकी रिकॉर्डिंग कर ली। वीडियो के वायरल होने के बाद आरती अपने बचाव में कहती हैं कि यह करीब 70 दिन पुराना वीडियो है जो कि ब्लैकमैलिंग के तौर पर बनाया गया और फिर काम न बनने पर वायरल कर दिया गया।
ये भी पढ़ें- कोरोनाः लॉकडाउन में बिजली बिल माफ़ करने को लेकर यूपी ऊर्जा मंत्री का आया बयान अखिलेश यादव ने कहा यह- पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में काम करनेवालों से अपने मरीज़ों के प्रति सहानुभूति की अपेक्षा की जाती है। एक बहुचर्चित वीडियो में उप्र के एक चिकित्साधिकारी की निंदनीय बातें दिखा रही हैं कि ऐसे लोग कैसे सरकार को खुश करने के लिए समाज में नफ़रत का बीज बो रहे हैं। कोई कार्रवाई होगी क्या?