मायावती को देना चाहते हैं जवाब- समाजवादी पार्टी के बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन टूटने के बाद सपा का एक बडा़ खेमा काफी निराश है। वह इस पक्ष में है कि पार्टी छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन करे। अखिलेश यादव के समक्ष यह बात भी रखी गई है कि मायातवी को सबक सिखाना बेहद जरूरी है। इसके लिए बदायूं के सरतीज सिंह ने गुरुवार को अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद यह बताया कि उन्होंने सपा अध्यक्ष को लिखित में तीसरो मोर्चे का गठन करने का प्रस्ताव दिया। साथ ही यह भी सुझाव दिया गया कि अब आंतरिक मतभेदों का खत्म कर देना चाहिए और शुरुआत से नए सिरे संघर्ष करना चाहिए।
ये भी पढ़ें- मुलायम के करीबी व इस पूर्व सांसद को किया गया इस पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित, लगा यह आरोप, मचा हड़कंप बैठक में अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से भाजपा की साजिशों से सावधान रहने व जनता के बीच जाकर समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देने के निर्देश दिए। उन्होनें भाजपा द्वारा 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2019 तक गांधी जयंती से सरदार पटेल की जयंती तक भाजपा सांसदों की पदयात्रा के आयोजन पर कटाक्ष किया और कहा कि भाजपा ऐसा केवल अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कर रही है। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा बुनियादी समस्याओं के समाधान करने के बजाय पदयात्रा कर जनभावनाओं से खिलवाड़ करना चाहती है।