प्रदूषण में अव्वल दर्जे पर कानपुर कानपुर प्रदूषण के मामले में नंबर वन है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 455 रहा। वहीं, दूसरे स्थान पर लखनऊ कायम है। इसके अलावा गाजियाबाद का एक्यूआई 440, नोएडा का 414 और दिल्ली का 341 दर्ज किया गया है।
बनारस बना धुंध व गैस का चैंबर वाराणसी की भी आबोहवा में जहर घुलने लगा है। यह शहर अक्सर प्रदूषण के मामले में अव्वल दर्जे पर रहता है। शुक्रवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 389 पर पहुंच गया। यह आंकड़ा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से महज 46 अंक ही कम रहा। इसके कारण बनारस का वातावरण दिन भर धुंध और गैस चैंबर में तब्दील हो गया। सुबह से लेकर देर रात तक काशी धुएं की चादर में लिपटी रही। मुख्य प्रदूषक तत्वों में पीएम 2.5 कणों की काफी मौजूदगी देखी गई।
जाम और धूल ने बढ़ाई परेशानी बनारस में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण धूल और धुआं है। चांदपुर, लहरतारा, बौलिया, भेलूपुर, इंग्लिशिया लाइन, बांसफाटक, गोदौलिया, बेनियाबाग और नई सड़क इलाके में जाम और धूल के कारण प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। चांदपुर से बौलिया वाले इलाके में शाम को धूल और धुएं के कारण स्मॉग जैसी स्थिति बन गई।
टॉप टेन प्रदूषित शहर शहर – एक्यूआइ कानपुर – 455 लखनऊ – 441 गाजियाबाद – 440 बुलंदशहर – 434 ग्रेटर नोएडा – 415 नोएडा – 414 पटना – 404
मेरठ – 403 फरीदाबाद – 383 ये भी पढ़ें: मुस्लिमों में द्विविवाह के कानूनी मान्यता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, शून्य विवाह का हवाला देकर याचिकाकर्ता ने दी ये दलील