कम अवधि की प्रजातियों की बुवाई करें कृषि विभाग की जारी एडवाइजरी में किसानों से कहा गया है कि, अगर बुवाई में विलम्ब हो रहा हो तो कम अवधि की सूखा सहनशील प्रजातियों की बुवाई की जाए। फसलों में घने पौधों को अलग-अलग करके पौध संख्या कम रखी जाए। तथा मल्च के लिए बायोमास (जैव उत्पाद) का प्रयोग किया जाए।
यह भी पढ़ें – रेलवे की नई योजना 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी 100 ट्रेनें, सिर्फ 2.5 घंटे में लखनऊ से पहुंच सकेंगे दिल्ली खेतों में मेड़बंदी कर पानी संरक्षित करें कृषि विभाग की एडवाइजरी में आगे कहा गया है कि, जीवनरक्षक दवाओं के छिड़काव के लिए क्यारी तथा बरहा विधि या एकांतर पंक्ति विधि को अपनाएं। खेतों में मेड़बंदी करके और तालाबों, पोखरों तथा झीलों में पानी का संरक्षण किया जाए, जिससे फसल को सिंचित किया जा सके।