शोध के साथ-साथ मौसम की भी सूचनाएं किसानों को किसानी से जुड़ी सभी बातें बताई जाएंगी। नवीनतम शोध के साथ ही मौसम की सूचनाएं भी किसानों को उनके मोबाइल पर उपलब्ध कराई जाएगी। फसलों में लगने वाले रोग और कीट आदि से बचाव के सुझाव दिए जाएंगे। इसके साथ ही किसानों की आय बढ़ाने के विभिन्न माध्यम पर भी चर्चा होगी। किसानों की आय बढ़ाने के लिए धान बोआई का क्षेत्रफल घटाने और उत्पादकता वृद्धि पर जोर रहेगा। निदेशक कृषि एपी श्रीवास्तव ने कहा कि खरीफ सीजन में पांच महत्वपूर्ण संकल्प सूत्रों पर कार्य किया जाएगा। प्रदेश में लगभग 59 लाख हेक्टेयर में धान की बोआई होती है। किसान अगर एक प्रतिशत धान का क्षेत्रफल कम कर लें और उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान दें तो दलहन आदि अन्य फसलों को भी बढ़ावा मिल सकता है। खेतों की मिट्टी की क्वालिटी को ध्यान में रखते हुए हरी खाद के प्रयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा।