विधायक कानपुर की सीमा पर सुबह पहुंचे तो पुलिस के तीन वाहनों में 20 पुलिसकर्मियों ने उनके वाहन को सुरक्षा घेरे में ले लिया। इसी घेरे में उन्हें कचहरी लाया गया। विधायक की सुरक्षा में पुलिस के अलावा क्यूआरटी भी संख्या बढ़ा दी गई। जैसे ही विधायक कोर्ट परिसर में पहुंचे, मीडियाकर्मियों के सामने पुलिस मानव शृंखला बनाकर खड़ी हो गई।
यह भी पढ़ें
अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले अरुण का खुला काटा चिट्ठा, ऐसे शुरू किया आपराधिक सफर
मीडियाकर्मियों को भी उनके पास तक नहीं जाने दिया। चिल्लाकर सवाल पूछे गए मगर विधायक ने किसी का जवाब नहीं दिया। वह मीडियाकर्मियों की ओर हाथ हिलाते हुए कोर्ट परिसर में दाखिल हो गए। कोर्ट में सुरक्षा के किए गए खास इंतजाम
विधायक इरफान की कोर्ट में पेशी के दौरान नया डीएफएमडी (डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर) लगाया गया। कोर्ट परिसर में प्रवेश के लिए उसी से होकर लोग दाखिल हो सकते थे। उसके पीछे हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर के साथ पुलिसकर्मी मौजूद था। चेकिंग के बाद ही कोर्ट परिसर में लोगों को जाने की अनुमति मिल रही थी।
विधायक इरफान की कोर्ट में पेशी के दौरान नया डीएफएमडी (डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर) लगाया गया। कोर्ट परिसर में प्रवेश के लिए उसी से होकर लोग दाखिल हो सकते थे। उसके पीछे हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर के साथ पुलिसकर्मी मौजूद था। चेकिंग के बाद ही कोर्ट परिसर में लोगों को जाने की अनुमति मिल रही थी।
चार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बैग और पर्स चेकिंग के लिए लगाई गई थी। इनमें दो महिला पुलिसकर्मी भी थीं। पुरुषों के बैग चेक करने के अलावा जो महिलाएं पर्स लेकर आ रही थीं, महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें भी चेक करने के बाद कोर्ट परिसर में जाने दिया।
यह भी पढ़ें : अशरफ की हत्या के बाद सद्दाम पर कसेगा शिकंजा, इस गुर्गे की भी खुलेगी हिस्ट्रीशीट कैमरों से लगातार निगरानी
ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों के हाथ में कैमरे थे तो कुछ ने मोबाइल के कैमरे से सारी रिकॉर्डिंग की। कुछ पुलिसकर्मियों ने बॉडी वार्न कैमरे भी पहने हुए थे। विधायक के आने से लेकर कोर्ट परिसर के बाहर और फिर उनके वापस जाने तक पुलिस ने एक-एक मिनट की रिकॉर्डिंग की।
ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों के हाथ में कैमरे थे तो कुछ ने मोबाइल के कैमरे से सारी रिकॉर्डिंग की। कुछ पुलिसकर्मियों ने बॉडी वार्न कैमरे भी पहने हुए थे। विधायक के आने से लेकर कोर्ट परिसर के बाहर और फिर उनके वापस जाने तक पुलिस ने एक-एक मिनट की रिकॉर्डिंग की।
विधायक की पेशी के दौरान आमतौर पर 550 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती रही है। प्रयागराज में हत्याकांड के बाद पुलिस वालों की संख्या बढ़ाकर 750 कर दी गई। इनमें एक एडीसीपी, दो एसीपी, चार अतिरिक्त इंस्पेक्टर, 20 सब इंस्पेक्टर और 22 महिला सब इंस्पेक्टर शामिल थे।
अमूमन पेशी के दौरान बातचीत करता रहा है विधायक इरफान
मार्च में पेशी के दौरान कानपुर की MP -MLA कोर्ट में सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने के लिए उनकी पत्नी नसीम सोलंकी पहुंची थी। विधायक इरफान सोलंकी से जब पत्नी नसीम सोलंकी की मुलाकात नहीं हो पाई, तो वह फूट-फूट कर रोने लगी। इस दौरान इरफान सोलंकी ने भी मीडिया से बातचीत की थी, लेकिन इस बार वह कुछ नहीं बोला। हालांकि पेशी के दौरान पुलिस का सख्त पहरा भी रहा।
मार्च में पेशी के दौरान कानपुर की MP -MLA कोर्ट में सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने के लिए उनकी पत्नी नसीम सोलंकी पहुंची थी। विधायक इरफान सोलंकी से जब पत्नी नसीम सोलंकी की मुलाकात नहीं हो पाई, तो वह फूट-फूट कर रोने लगी। इस दौरान इरफान सोलंकी ने भी मीडिया से बातचीत की थी, लेकिन इस बार वह कुछ नहीं बोला। हालांकि पेशी के दौरान पुलिस का सख्त पहरा भी रहा।
यह भी पढ़ें
अतीक की हत्या का राज किसके पास? पर्दे के पीछे हैं ये 4 नाम
बांदा जेल में भी बढ़ाई गई सुरक्षा, बिना आधारकार्ड नो एंट्रीदो दिन पहले अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या से जेल के अंदर बंद माफियाओं की टेंशन बढ़ गई है। इनमें से एक हैं बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी। अतीक हत्याकांड के बाद बांदा मंडल कारागार की सुरक्षा-व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। चारदीवारी के बाहर गश्त बढ़ा दी गई। कारागार परिसर में शहर कोतवाली की जेल चौकी है। बिना आधारकार्ड के वहां भी किसी फरियादी को नहीं जाने दिया गया।
यह भी पढ़ें
अतीक-अशरफ की हत्या के बाद चर्चा में आया सुंदर भाटी, आखिर क्या है कनेक्शन?
कारागार के तन्हाई बैरक में माफिया मुख्तार अंसारी बंद है। मुख्तार को सात अप्रैल 2021 को पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा लाया गया था, जिसके बाद से कारागार में हाई सिक्योरिटी है। 45 से अधिक कैमरे से पूरे कारागर की निगरानी के साथ जेल परिसर में डेढ़ सेक्शन पीएसी बल रिजर्व किया गया है। कारागार बाउंड्री गेट के बाहर फोर्स की तैनाती रही। चौकी फरियाद लेकर जानेवालों से आधार कार्ड मांगा गया। बिना आधारकार्ड के जो पहुंचा, उसे प्रवेश नहीं दिया गया। वहीं, दिन में एसपी अभिनंदन ने कारागार अधिकारियों के साथ सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर बैठक भी की। जेल सीनियर सुपरिटेंडेंट की ओर से सभी जेलकर्मियों को ऑनफुट रहने के निर्देश दिए गए।
यह भी पढ़ें