लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। इसी के साथ ही मुख्य सचिव बनने की लामबंदी दौड़ शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, पांच सीनियर आईएएस अफसरों ने अपने राजनीतिक आकाओं के पीछे दौड़ लगाना शुरू कर दिया है। बता दें कि आलोक रंजन का कार्यकाल बीते 31 मार्च को ही खत्म हो गया होता, लेकिन सरकार ने उनके काम को देखते हुए उन्हें 3 महीने का सेवा विस्तार दिया था। मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल हैं ये IAS दीपक सिंघल 1982 बैच के आईएएस अफसर दीपक सिंघल मुख्य सचिव की रेस में सबसे आगे हैं। ब्यूरोक्रेसी में भी चर्चा है कि वह शिवपाल सिंह यादव के काफी करीबी हैं, इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उनकी दावेदारी काफी मजबूत दिख रही है। प्रवीर कुमार 1982 बैच के आईएएस अफसर प्रवीर कुमार भी मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल हैं। उन्हें काफी तेज-तर्रार अफसर माना जाता है। वर्तमान में वह एपीसी पद पर काम कर रहे हैं, जो चीफ सेक्रेटरी के बाद सबसे महत्वपूर्ण पद पर हैं। सूत्रों की मानें तो आलोक रंजन के रिटायरमेंट के बाद वह भी यूपी के मुख्य सचिव बनना चाहते हैं। अनिल गुप्ता 1979 बैच के अनिल कुमार गुप्ता सबसे सीनियर आईएएस अफसर हैं, जो प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह रेवेन्यू बोर्ड के अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। सदाकांत चर्चाओं के मुताबिक, मुख्य सचिव की दौड़ में 1983 बैच के सदाकांत भी लाइन में हैं, जोकि वर्तमान में प्रमुख सचिव आवास विकास विभाग हैं। राहुल भटनागर सूत्रों की मानें तो 1983 बैच के आईएएस राहुल भटनागर भी मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल हैं। वह वर्तमान में प्रमुख सचिव वित्त के पद पर कार्यरत हैं।