योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश को निवेशकों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बनाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार की तरह तेजी से कार्य किया जा रहा है। लखनऊ वासियों को वित्त मंत्री ने दिया सौगात
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को अपने बजट भाषण में लखनऊ के लिए एयरोसिटी की घोषणा की। हैदराबाद और दिल्ली के एयरोसिटीज की तरह लखनऊ में एयरोसिटीज बनाने जाएगी। ये एयरोसिटीज उन कॉर्पोरेट नेताओं के लिए पसंद का नया जगह होगा, जो कहीं भी व्यापार कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को अपने बजट भाषण में लखनऊ के लिए एयरोसिटी की घोषणा की। हैदराबाद और दिल्ली के एयरोसिटीज की तरह लखनऊ में एयरोसिटीज बनाने जाएगी। ये एयरोसिटीज उन कॉर्पोरेट नेताओं के लिए पसंद का नया जगह होगा, जो कहीं भी व्यापार कर रहे हैं।
सरोजिनी नगर से भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने एयरोसिटी बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था। इसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण को परियोजना के लिए भूमि की पहचान करने का काम सौंपा था। एयरोसिटी हवाई अड्डों के करीब स्थित होती है, जिससे लोगों को आने -जाने के लिए सुविधा होती है।
लखनऊ- कानपुर एक्सप्रेसवे का किया जा रहा है चौड़ा
एयरोसिटी के लिए एलडीए ने जमीन की तलाश शुरू कर दी है। इसके लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास सरोजिनी नगर के रहीमाबाद और गहरू गाँवों में आने की संभावना है। लखनऊ- कानपुर एक्सप्रेसवे को चौड़ा किया जा रहा है, जो 104 किलोमीटर लंबी बाहरी रिंग रोड भी एयरोसिटी के प्रस्तावित स्थान के करीब है।
एयरोसिटी के लिए एलडीए ने जमीन की तलाश शुरू कर दी है। इसके लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास सरोजिनी नगर के रहीमाबाद और गहरू गाँवों में आने की संभावना है। लखनऊ- कानपुर एक्सप्रेसवे को चौड़ा किया जा रहा है, जो 104 किलोमीटर लंबी बाहरी रिंग रोड भी एयरोसिटी के प्रस्तावित स्थान के करीब है।
हिंदुजा समूह सरोजिनी नगर में अपना ईवी प्लांट उस स्थान पर लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है, जहां स्कूटर्स इंडिया का प्लांट मौजूद था। वर्तमान में 1500 एकड़ में फैला हैदराबाद एयरोसिटी सबसे बड़ा है, इसके बाद दिल्ली है जो 200 एकड़ में बना है।
उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने वाले नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में 172 एकड़ में फैली एक एयरोसिटी भी होगी। एयरोसिटी निश्चित रूप से शहर में भविष्य के विकास का माध्यम बनेगी, चाहे वह बुनियादी ढांचा हो या सुविधाएं हो।