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योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “रोम की संस्कृति में पले-बढ़े ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ राम मंदिर का निर्माण और उसकी प्रतिष्ठा को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि जो लोग भगवान राम का सम्मान नहीं करते, वे देश के लिए कभी ईमानदार नहीं हो सकते।राम की संस्कृति और रोम की संस्कृति का अंतर
अपने भाषण में योगी आदित्यनाथ ने ‘राम की संस्कृति’ और ‘रोम की संस्कृति’ के बीच फर्क बताते हुए कहा कि राम की संस्कृति में पला-बढ़ा व्यक्ति भगवान श्रीराम की मर्यादा का पालन करते हुए सदियों तक संघर्ष करता रहा और अंततः अयोध्या में भगवान रामलला का भव्य मंदिर बन सका। वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि रोम की संस्कृति में पले-बढ़े ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ इस महान उपलब्धि को समझने और स्वीकारने में असमर्थ हैं। यह भी पढ़ें
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उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास देश को विभाजित करने का रहा है। सीएम योगी ने कहा, “जो राम का नहीं, वो हमारे किसी काम का नहीं।”राहुल गांधी के बयान पर पलटवार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ‘नाच-गाना’ कहा था। योगी ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन पर नाच-गाना हो रहा था, उनका खानदान खुद ही हमेशा से नाच-गाना करता रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति का अपमान करने का भी आरोप लगाया।कांग्रेस पर राम मंदिर के खिलाफ साजिश रचने का आरोप
सीएम योगी ने आरोप लगाया कि 1526 में राम मंदिर को तोड़कर वहां गुलामी का प्रतीक ढांचा खड़ा कर दिया गया था, और मुगलों और अंग्रेजों ने हिंदू धर्म और संस्कृति को समाप्त करने का प्रयास किया। लेकिन, जब आजाद भारत की पहली सरकार बनी, तो कांग्रेस ने भी देश को गौरव के साथ खड़ा नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद इस समस्या का समाधान हो सका। यह भी पढ़ें