यह भी पढ़ें
क्या नासिर कमल बन पाएंगे यूपी के अगले डीजीपी, जानिए कौन-कौन IPS हैं दौड़ में
सुशील चंद्रा (मुख्य निर्वाचन आयुक्त)
12 अप्रैल को मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा (Chief Election Commissioner Shushil Chandra) के रिटायरमेंट के बाद सुशील चंद्रा को मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 14 फरवरी 2019 को उन्हें चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष थे। सुशील चंद्रा कार्यकाल 14 मई 2022 तक रहेगा। वर्ष 1980 में भारतीय राजस्व सेवा (आयकर कैडर) में शामिल होने से पहले वह भारतीय इंजीनियरिंग सेवा में थे।
सुशील चंद्रा ने 38 वर्षों तक राजस्व सेवा अधिकारी के रूप में कार्य किया। नवंबर 2016 से फरवरी 2019 तक केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष रहे। साल 2016 में सीमांकन के मद्देनजर कर चोरी के खिलाफ सीबीडीटी की कार्रवाई की पुष्टि की। उन्होंने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात और मुंबई में सेवा की है और अंतर्राष्ट्रीय कराधान के क्षेत्रों में काम किया है। दिल्ली में भी आयकर (अपील) अंतर्राष्ट्रीय कराधान के आयुक्त रहे हैं। 15 मई, 1957 को जन्मे सुशील चंद्रा ने रुड़की विश्वविद्यालय से बी.टेक की डिग्री पूरी की है। एलएलबी की डिग्री उत्तराखंड देहरादून के डीएवी कॉलेज से हासिल की है।
राजीव कुमार (चुनाव आयुक्त)
1984 बैच के झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी राजीव कुमार (Election Commissioner Rajeev Kumar) पूर्व वित्त सचिव भी रहे हैं। मूलत: वह उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। 01 सितंबर 2020 को उन्हें चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया था। उनके पास करीब तीन दशकों का प्रशासनिक सेवा का अनुभव है। फरवरी 1993 से जून 1996 तक रांची के उपायुक्त रहे। कार्मिक विभाग में विशेष सचिव, प्राथमिक शिक्षा निदेशक और उद्योग निदेशक समेत झारखंड भवन, नई दिल्ली में अतिरिक्त स्थानीय आयुक्त और स्थानीय आयुक्त पद पर रहे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान वर्ष 2012 से उन्होंने वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव, अतिरिक्त सचिव और विशेष सचिव की जिम्मेदारी निभाई। सितंबर, 2017 से फरवरी, 2020 तक वे केंद्रीय वित्त सचिव के पद पर रहे।
1984 बैच के झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी राजीव कुमार (Election Commissioner Rajeev Kumar) पूर्व वित्त सचिव भी रहे हैं। मूलत: वह उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। 01 सितंबर 2020 को उन्हें चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया था। उनके पास करीब तीन दशकों का प्रशासनिक सेवा का अनुभव है। फरवरी 1993 से जून 1996 तक रांची के उपायुक्त रहे। कार्मिक विभाग में विशेष सचिव, प्राथमिक शिक्षा निदेशक और उद्योग निदेशक समेत झारखंड भवन, नई दिल्ली में अतिरिक्त स्थानीय आयुक्त और स्थानीय आयुक्त पद पर रहे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान वर्ष 2012 से उन्होंने वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव, अतिरिक्त सचिव और विशेष सचिव की जिम्मेदारी निभाई। सितंबर, 2017 से फरवरी, 2020 तक वे केंद्रीय वित्त सचिव के पद पर रहे।
यह भी पढ़ें
हरदोई जिले के मूल निवासी हैं पश्चिम बंगाल के नये मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी, गांव में जश्न का माहौल
अनूप चंद्र पांडेय (चुनाव आयुक्त)1984 बैच के अनूप चंद्र पांडेय चुनाव (Election Commissioner Rajeev Kumar) आयुक्त नियुक्त किये गये
यूपी काडर के सेवानिवृत आईएएस अफसर हैं अनूप चंद्र पांडेय
09 जून को नई दिल्ली स्थित निर्वाचन सदन कार्यालय में संभाला पदभार
वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवन बनाए गये थे अनूप चंद्र पांडेय
29 अगस्त 2019 को यूपी के मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए अनूप चंद्र पांडेय
वर्तमान में एनजीटी में यूपी निगरानी समिति के मौजूदा सदस्य हैं
यूपी सरकार में कई बड़े और महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं
अनूप पांडे कई मंडलों के कमिश्नर और कई जिलों के डीएम भी रहे हैं
37 साल की भारतीय प्रशासनिक सेवा का अनुभव है उनके पास
15 फरवरी 1959 को पंजाब के चंडीगढ़ में अनूप चंद्र पांडेय का जन्म हुआ था