संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री का भाई जो पहले से नौकरी में है उसे आर्थिक रूप से कमजोर माना जा रहा है। प्रदेश में नौकरी के लिए शिक्षामित्र आवाज उठाते हैं तो उन्हें लाठी डंडों से पीटा जाता है। योगी सरकार में शिक्षक, ग्राम पंचायत अधिकारी, कई विभागों में नौकरियों के आवेदक युवाओं को नौकरी मांगने पर लाठियां मिल रही है, मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां दी जा रही है। आरक्षण का हक मारकर मंत्री के भाई को दी गई नियुक्ति प्रदेश के युवाओं का यह घोर अपमान है। इस अपमान के खिलाफ प्रदेश का हर युवा आपसे सवाल कर रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री को सामने आकर जवाब देना चाहिए। उन्हें जनता से माफी मांगते हुए इस्तीफा देना चाहिए। अगर वह स्वयं इस्तीफा नहीं देते तो उन्हें बर्खास्त किया जाए।
…तो आम आदमी पार्टी करेगी आंदोलन
संजय सिंह ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच जरूरी है, क्योंकि इसमें सत्ता से जुड़े ताकतवर लोग शामिल हैं। मामले में मुख्यमंत्री को अविलंब कार्यवाही करनी चाहिए, इसके साथ ही संजय सिंह ने 1621 शिक्षकों के परिवारों को मुआवजा एवं नौकरी देने की मांग दोहराई। कहा कि सरकार चुनाव ड्यूटी के दौरान मारे गए शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सही सूची तैयार करवाए। मामले में संवेदनहीनता का प्रदर्शन कर रही योगी सरकार ने अगर इस संबंध में शीघ्र उचित कार्यवाही नहीं की तो आम आदमी पार्टी उन्हें न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करेगी।